The p-Block Elements Class 12 MCQ

7 . P-ब्लॉक के तत्त्व (The p-Block Elements)

NCERT MCQs

  1. क्लोराइड लवण में सान्द्र H₂SO₄ मिलाने पर, रंगहीन सधूम (Fumes) निकलती है लेकिन आयोडाइड लवण के केस में, बैंगनी सधूम बाहर आती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि

(a) H2SO4, HI को 12 में अपचयित करता है।

(b) HI बैंगनी रंग का होता है।

(c) HI ऑक्सीकृत होकर 12 देता है।

(d) HI, HIO3 में परिवर्तित हो जाता है।

  1. गुणात्मक विश्लेषण में जब H₂S को तनु HCI के साथ अम्लीकृत किये गये लवण के जलीय विलयन में से गुजारते हैं तो एक काला अवक्षेप प्राप्त होता है। अवक्षेप को तनु HNO3 के साथ उबालने पर, यह नीले रंग का विलयन बनाता है। इस विलयन में अमोनिया के जलीय विलयन के आधिक्य को मिलाने पर प्राप्त होता है-

(a) Cu(OH)2 का गहरा नीला अवक्षेप

(b) [Cu(NH3)4]2+ का गहरा नीला विलयन

(c) Cu(NO3)2 का गहरा नीला विलयन

(d) Cu(OH)2.Cu(NO3)2 का गहरा नीला विलयन

  1. साइक्लोट्राइमेटाफॉस्फोरिक अम्ल के एक अणु में कितने एकल आबन्ध तथा द्विआबन्ध उपस्थित होते हैं?

(a) 3 द्विआबन्ध; 9 एकल आबन्ध

(b) 6 द्विआबन्ध; 6 एकल आबन्ध

(c) 3 द्विआबन्ध; 12 एकल आबन्ध

(d) शून्य द्विआबन्ध; 12 एकल आबन्ध

निम्न में से कौन-सा तत्त्व pr-dn आबन्धन में शामिल हो सकता है?
(a) कार्बन (b) नाइट्रोजन (c) फॉस्फोरस (d) बोरॉन

हाइड्रोजन के लिए बन्धुता समूह में फ्लुओरीन से आयोडीन तक घटती है। कौन-से हैलोजन अम्ल में उच्चतम आबन्ध वियोजन एन्थैल्पी होनी चाहिए?

(a) HF

(b) HCl

(c) HBr

(d) HI

  1. C*O_{2} को अक्रिय वायुमण्डल में सान्द्र NaOH विलयन के साथ गर्म करने पर, सफेद फॉस्फोरस एक गैस देता है। निम्न में से कौन-सा कथन उस गैस के बारे में गलत है?

(a) यह अत्याधिक विषैली होती है तथा पकी हुई मछली के समान गंध आती है।

(b) जल में इसका विलयन प्रकाश की उपस्थिति में अपघटित हो जाता है।

(c) यह N*H_{3} से अधिक क्षारीय होती है।

(d) यह N*H_{3} से कम क्षारीय होती है।

  1. निम्न में से कौन-सा अम्ल लवणों की तीन श्रेणियाँ बनाता है?

(a) H_{3}PO_{2}

(b) H_{3}BO_{3}

(c) H_{3}PO_{4}

(d) H_{3}PO_{3}

  1. किसके कारण H_{3}PO_{2} का प्रबल अपचायक व्यवहार होता है?

(a) फॉस्फोरस की निम्न ऑक्सीकरण अवस्था

(b) दो – OH समूहों एवं एक P – H आबन्ध की उपस्थिति

(c) एक – OH समूह एवं दो P – H आबन्धों की उपस्थिति

(d) फॉस्फोरस की उच्च इलेक्ट्रॉन प्राप्त एन्थैल्पी

  1. लेड नाइट्रेट गर्म करने पर, नाइट्रोजन एवं लेड के ऑक्साइड बनाता है। ऑक्साइडों के रूप हैं-

(a) N_{2}*O PbO

(b) N*O_{2} PbO

(c) NO, PbO

(d) NO, PbO2

  1. निम्न में से कौन-सा तत्त्व अपररूपता नहीं दर्शाता है?

(a) नाइट्रोजन

(b) बिस्मिथ

(c) ऐन्टिमनी

(d) आर्सेनिक

  1. नाइट्रोजन की अधिकतम सहसंयोजकता होती है-

(a) 3

(b) 5

(c) 4

(d) 6

  1. निम्न में से कौन-सा कथन गलत है?

(a) एकल N – N बन्ध, एकल P – P बन्ध से अधिक प्रबल होता है।

(b) P*H_{3} संक्रमण तत्त्वों के साथ उपसहसंयोजन यौगिक के निर्माण में लिगन्ड के रूप में कार्य करता है।

(c) N*O_{2} अनुचुम्बकीय प्रकृति का होता है।

(d) N_{2}*O_{5} में नाइट्रोजन की सहसंयोजकता चार होती है।

  1. समूह 15 के तत्त्व + 5 ऑक्सीकरण अवस्था में यौगिक बनाते हैं। परन्तु, बिस्मिथ + 5 ऑक्सीकरण अवस्था में केवल एक अच्छी विशेषता वाला यौगिक बनाता है। यह यौगिक है-

(a) Bi_{2}O_{5}

(b) BiF5

(c) BiCl5

(d) Bi_{2}S_{5}

  1. अमोनियम डाइक्रोमेट एवं बेरियम ऐजाइड को अलग-अलग रूप से गर्म करने पर हम पाते हैं-

(a) दोनों प्रकरणों में N_{2}

(b) अमोनियम डाइक्रोमेट से N_{2} तथा बेरियम ऐजाइड से NO

(c) अमोनियम डाइक्रोमेट से तथा बेरियम ऐजाइड से N_{2} N_{2}C

(d) अमोनियम डाइक्रोमेट से N_{2}O तथा बेरियम ऐजाइड से N*O_{2}

  1. HNO3 को बनाने में, हमें अमोनिया के उत्प्रेरिक ऑक्सीकरण द्वारा NO गैस प्राप्त होती है। N*H_{3} के दो मोलों के ऑक्सीकरण के द्वारा उत्पन्न NO के मोल होंगे-

(a) 2

(b) 3

(c) 4

(d) 6

  1. यौगिक NaH2PO₂ के ऋणायन में केन्द्रीय परमाणु की ऑक्सीकरण अवस्था होगी-

(a) +3

(b) +5

(c) +1

(d) -3

  1. निम्न में से कौन-सी आकृति में चतुष्फलकीय नहीं है?

(a) NH

(b) SiCl4

(c) SF4

(d) SO4 ^ -2

  1. निम्न में से कौन-से सल्फर के पेरॉक्सोअम्ल हैं?

(a) H2SO5 एवं H2S2O8

(b) H2SO5 एवं H2S2O7

(c) H2S2O7 एवं H2S2O8

(d) H2S2O6 एवं H2S2O8

  1. गर्म सान्द्र H2SO4 एक मध्यम प्रबल ऑक्सीकारक की भाँति कार्य करता है। यह धातुओं एवं अधातुओं दोनों में ऑक्सीकृत होता है। निम्न में से कौन-सा तत्त्व दो गैसीय उत्पादों में सान्द्र H₂SO₄ द्वारा ऑक्सीकृत हो जाता है?

(a) Cu

(b) S

(c) C

(d) Zn

  1. मैंगनीज का काला यौगिक हैलोजन अम्ल से क्रिया करके हरी-पीली गैस देता है। जब इस गैस की आधिक्य NH3 से क्रिया करती है तो एक अस्थायी ट्राइहैलाइड बनता है। इस विधि में नाइट्रोजन की ऑक्सीकरण अवस्था परिवर्तित होती है-

(a) -3 से + 3 तक

(b) -3 से 0 तक

(c) -3 से + 5 तक

(d) 0 से -3 तक

  1. Xe के यौगिकों के बनने में, बर्टलेट ने O Pt F को एक क्षार यौगिक के रूप में लिया था। ऐसा इसलिए है क्योंकि-

(a) O₂ एवं Xe दोनों समान आकार के होते हैं।
(b) O₂ एवं Xe दोनों की इलेक्ट्रॉन प्राप्त एन्थैल्पी समान होती हैं
(c) O_{2} एवं Xe दोनों में प्रायः समान आयनन एन्थैल्पी होती है।

(d) Xe एवं O_{2} दोनों गैसें हैं।

  1. ठोस अवस्था में PCl5

(a) सहसंयोजी ठोस होता है।

(b) अष्टफलकीय संरचना होती है।

(c) [PCl_{6}] ^ + अष्टफलकीय एवं [PCl_{4}] ^ – चतुष्फलकीय के साथ आयनिक ठोस होता है।

(d) [PCl_{4}] ^ + चतुष्फलकीय एवं [PCl_{6}] ^ – अष्टफलकीय के साथ आयनिक ठोस होता है।

  1. निम्न में से कौन-सा एक समइलेक्ट्रॉनिक युग्म है?

(a) ICl2, CIO2

(b) BrO-2, BrF2+

(c) ClO2, BrF

(d) C N^ – O_{3}

PYQ VVI MCQs

  1. कथन I : अम्लीय सामर्थ्य दिए गए क्रमानुसार बढ़ता है- HF << HCl << HBr << HI.

कथन II : जैसे-जैसे समूह में नीचे जाने पर तत्त्व F, Cl, Br, I का आकार बढ़ता जाता है वैसे-वैसे HF, HCl, HBr एवं HI के बंध की प्रबलता घटती जाती है। अतः अम्लीय सामर्थ्य बढ़ता जाता है। उपर्युक्त कथनों के प्रकाश में नीचे दिए हुए विकल्पों में से सही उत्तर चुनें।

(a) दोनों कथन I एवं कथन II गलत हैं।

(b) कथन I सही है लेकिन कथन II गलत है।

(c) कथन I गलत है लेकिन कथन II सही है।

(d) दोनों कथन 1 एवं कथन II सही हैं।

(NEET)

  1. उत्कृष्ट गैसों का नाम उनकी रासायनिक अभिक्रिया के प्रति अक्रियता के कारण पड़ा है। उनसे सम्बन्धित असत्य कथन को पहचानें।

(a) उत्कृष्ट गैसों के गलनांक एवं क्वथनांक अति उच्च होते हैं।

(b) उत्कृष्ट गैसों में दुर्बल परिक्षेपण बल होते हैं।

(c) उत्कृष्ट गैसों के इलेक्ट्रॉन लब्धि एन्थैल्पी का मान उच्च ध नात्मक होता है।

(d) उत्कृष्ट गैसें जल में अल्प विलेय हैं।

(NEET)

निम्नलिखित में से कौन-सा कथन दिये गये अम्लों के लिए सही है?
(a) फॉस्फीनीक अम्ल एक प्रोटिक अम्ल है जबकि फॉस्फोनिक एक द्विप्रोटिक अम्ल है।
(b) फॉस्फीनीक अम्ल द्विप्रोटिक अम्ल है जबकि फॉस्फोनिक अम्ल एक प्रोटिक अम्ल है।
(c) दोनों द्विप्रोटिक अम्ल है।
(d) दोनों त्रिप्रोटिक अम्ल है। (NEET)

निम्न में से PCl5 से सम्बन्धित गलत कथन को पहचानिए-

(a) PCl5 अणु अनभिक्रियाशील है।

(b) तीन मध्यवर्ती P-C1 आबन्ध एक दूसरे से 120 deg का कोण बनाते हैं।

(c) दो अक्षीय P – Cl आबन्ध एक दूसरे से 180 deg का कोण बनाते हैं।

(d) अक्षीय P – CI आबन्ध, मध्यवर्ती P – CI आबन्धों की तुलना में लम्बें होते हैं।

  1. निम्नलिखित में से कौन क्रम हैलोजन अणुओं की आबंध वियोजन एन्थैल्पी के लिए सही है?

(a) Br_{2} > I_{2} > F_{2} > Cl_{2}

(b) F_{2} > Cl_{2} > Br_{2} > I_{2}

(c) I_{2} > Br_{2} > Cl_{2} > F_{2}

(d) Cl_{2} > Br_{2} > F_{2} > I_{2}

(JEE Main)

  1. निम्न में से कौन प्रबलतम उपचायक है?

(a) C*l_{2}

(b) F_{2}

(c) B*r_{2}

(d) I_{2}

(JIPMER)

  1. सोडियम ऑक्साइड (pH_{1}) सोडियम सल्फाइड (pH_{2}) सोडियम सेलीनाइड (pH_{3}) और सोडियम टेलुराइड (pH_{4}) के सममोलर विलयन के pH के बीच सही संबंध क्या है?

(a) pH_{1} < pH_{2} < pH_{3} < pH_{4}

(b) pH_{1} > pH_{2} > pH_{3} > pH_{4}

(c) pH_{1} < pH_{2} < pH_{3} \approx pH_{4}

(d) pH_{1} > pH_{2} \approx pH_{3} > pH_{4}

  1. निम्नलिखित क्रमों में कौन-सा उसके सामने लिखे गुणधर्म के अनुरूप नहीं हैं?

(a) F_{2} > Cl_{2} > Br_{2} > I_{2} ऑक्सीकरण शक्ति

(b) HI > HBr > HCl > HF ; जल में अम्लीय गुणधर्म

(c) F_{2} > Cl_{2} > Br_{2} > I_{2} विद्युत् ऋणात्मकता

(d) F_{2} > Cl_{2} > Br_{2} > I_{2} आबन्ध वियोजन ऊर्जा

  1. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?

(a) हैलाइड आयनों में आयोडाइड सर्वाधिक शक्तिशाली अपचायक है।

(b) केवल फ्लुओरीन ही हैलोजन है जो परिवर्ती ऑक्सीकरण अवस्था नहीं दर्शाता है।

(c) HOBr की अपेक्षा HOCI प्रबलतर अम्ल है।

(d) HCI की अपेक्षा HF प्रबलतर अम्ल है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top