Chemical kinetics MCQ neet with answers

NCRT MCQ

  1. एक उत्प्रेरक की भूमिका किसे परिवर्तित करने की है।

(a) अभिक्रिया की गिब्ज़ ऊर्जा

(b) अभिक्रिया की एन्थैल्पी

(c) अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा

(d) साम्य स्थिरांक

  1. उत्प्रेरक की उपस्थिति में, अभिक्रिया के दौरान निकली ऊष्मा या अवशोषित ऊष्मा _

(a) बढ़ती है।

(b) घटती है।

(c) अपरिवर्तित रहती है।

(d) बढ़ या घट सकती है।

  1. किसी रासायनिक अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा को किसके द्वारा निर्धारित किया जा सकता है?

(a) मानक ताप पर दर स्थिरांक को निर्धारित करके।

(b) दो तापमानों पर दर स्थिरांकों को निर्धारित करके।

(c) संघट्ट की प्रायिकता को निर्धारित करके।

(d) प्रयुक्त उत्प्रेरक।

  1. निम्न में से कौन-सा कथन अभिक्रिया की कोटि के बारे में सही नहीं है?

(a) अभिक्रिया की कोटि एक भिन्नात्मक संख्या हो सकती है।

(b) अभिक्रिया की कोटि प्रायोगिक रूप से निर्धारित राशि होती है।

(c) अभिक्रिया की कोटि हमेशा किसी अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण में क्रियाकारकों के रससमीकरणमितीय गुणांकों के योग के बराबर होती है।

(d) अभिक्रिया की कोटि दर नियम व्यंजक में अभिकारकों के मोलर सान्द्रण के घातों का योग होती है।

  1. निम्न में से कौन-सा कथन सही है?

(a) अभिक्रिया की दर, अभिकारकों के सान्द्रण के घटने पर समय के साथ घटती है।

(b) अभिक्रिया की दर अभिक्रिया के दौरान किसी भी समय समान होती है।

(c) अभिक्रिया की कोटि ताप परिवर्तन से स्वतंत्र होती है।

(d) अभिक्रिया की कोटि अभिकारक के सान्द्रण में वृद्धि के साथ घटती है।

  1. अभिक्रिया A + 2B C के लिए दर नियम दर = k [A] [B] अभिकारक ‘B’ का सान्द्रण दुगुना हो जाता है, ‘A’ का सान्द्रण नियत दर स्थिरांक का मान होगा-

(a) समान

(b) दुगुना

(c) चौगुना

(d) आधा

  1. निम्न में से कौन-सा कथन रासायनिक अभिक्रिया के संघट्ट सिद्धांत के बारे में गलत है?

(a) यह अभिकारी अणुओं या परमाणुओं के कठोर गोले के रूप में होने पर विचार करता है तथा उनके संरचनात्मक गुणों को अनदेखा करता है।

(b) प्रभावी संघट्टों की संख्या अभिक्रिया की दर को निर्धारित करती है।

(c) पर्याप्त देहली ऊर्जा रखने वाले परमाणुओं व अणुओं का संघट्ट उत्पाद निर्माण में परिणामित होते हैं।

(d) प्रभावी संघट्ट के लिए पर्याप्त देहली ऊर्जा एवं उचित विन्यास के साथ अणुओं को टकराना चाहिए।

  1. एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 1.26 × 10^14 s में 50% पूर्ण हो जाती है। 100% पूर्ण करने के लिए यह कितना समय लेगी?

(a) 1.26 x 10^15 s

(b) 2.52 x 10^14 s

(c) 2.52 x 10^28 s

(d) अनन्त

  1. निम्न में से कौन-सा कथन उत्प्रेरक के लिए सही नहीं है?

(a) यह अग्र एवं पश्च अभिक्रिया को समान सीमा तक उत्प्रेरित करता है।

(b) यह अभिक्रिया के AG को परिवर्तित करता है।

(c) यह ऐसा पदार्थ होता है जो अभिक्रिया के साम्य स्थिरांक को परिवर्तित नहीं करता है।

(d) यह अभिकारकों एवं क्रियाफलों के मध्य सक्रियण ऊर्जा को कम करके एक वैकल्पिक क्रियाविधि प्रदान करता है।

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  1. ऑक्सीजन देने के लिए H₂O₂ के अपघटन के दौरान, एक निश्चित समय पर प्रति मिनट 48 g O₂ बनता है, तो इस बिंदु पर जल के बनने की दर है

(a) 0.75 mol min-1

(b) 1.5 mol min-1

(c) 0.25 mol min-1

(d) 3.0 mol min¯¹

  1. दर स्थिरांक की इकाई L mol-¹ s¹ है, तो कोटि का क्रम है-

(a) 0

(b) 1

(c) 2

(d) 3

  1. टंगस्टन पर फॉस्फीन (PH3) का न्यून दाब पर अपघटन एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया है, क्योंकि-

(a) वेग, पृष्ठ के घेराव से स्वतंत्र है।

(b) अपघटन का वेग बहुत धीमा है।

(c) वेग, पृष्ठ के घेराव के समानुपाती है।

(d) वेग, पृष्ठ के घेराव के व्युत्क्रमानुपाती है।

  1. अभिक्रिया, A→B के लिए वेग स्थिरांक 0.6 × 10-3 mol L-¹ s¹ है। यदि A की सान्द्रता 5M है, तो 20 मिनट पश्चात् B की सान्द्रता है-

(a) 1.08 M

(b) 3.60 M

(c) 0.36 M

(d) 0.72 M

  1. अभिक्रिया aA xp के लिए, जब [A] = 2.2mM, दर 2.4 mM s¹ पाई गई। A की सांद्रता को आधा करने पर, दर 0.6 mM s¹ में बदल जाती है, तो A के संबंध में अभिक्रिया की कोटि है-

(a) 1.5

(b) 2.0

(c) 2.5

(d) 3.0

  1. अभिक्रिया की दर स्थिरांक 3.6 x 10-3 5-1¹ हो, तो अभिक्रिया की कोटि है-

(a) प्रथम

(b) द्वितीय

(c) तृतीय

(d) शून्य

  1. उच्च कोटि (>3) की अभिक्रियाएँ किस कारण से दुर्लभ हैं?

(a) लोचदार टक्करों के कारण अभिकारकों के पक्ष में साम्यावस्था का विस्थापन

(b) टक्कर होने पर सक्रिय प्रजातियों की हानि ।

(c) सभी. प्रतिक्रियाशील प्रजातियों के एक साथ टकराने की कम संभावना।

(d) अधिक अणु शामिल होने के कारण एन्ट्रॉपी तथा सक्रियण ऊर्जा में वृद्धि।

  1. अभिक्रिया, 2A + B → उत्पाद, के लिए जब A तथा B दोनों की सांद्रता दोगुनी की गई। तब अभिक्रिया की दर 0.3 mol L¹ s¹ से बढ़कर 2.4 mol L-¹¹ हो गयी। जब केवल A की सांद्रता दोगुनी की गई तब दर 0.3 mol L-¹ s¹ से बढ़कर 0.6 mol L¹ ¹ हो गई। निम्नलिखित में कौन-सा कथन सही है।

(a) अभिक्रिया की कोटि B के सापेक्ष में 2 है।

(b) अभिक्रिया की कोटि B के सापेक्ष में 1 है।

(c) अभिक्रिया की कोटि A के सापेक्ष में 2 है।

(d) कुल अभिक्रिया की कोटि 4 है।

  1. प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए यदि वेग नियतांक k हो, तो अभिक्रिया के 99% को पूरा करने के लिए आवश्यक समय (1) इसके द्वारा दिया जाएगा-

(a) t = 2.303/k

(b) t = 0.693/k

(c) t = 6.909/k

(d) t = 4.606/k

  1. एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया की दर 2.303 × 10-3 s¹ है। इस अभिकारक के 40 g को 10g तक कम करने के लिए आवश्यक समय होगा- [दिया गया है log10 2 = 0.3010]

(a) 230.3 s

(b) 301 s

(c) 2000 s

(d) 602 s

  1. H₂O₂ का विघटन एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया है। पचास मिनट में इस प्रकार के विघटन में H₂O₂ की सांद्रता घटकर 0.5 M से 0.125 M हो जाती है। जब H₂O₂ की सांद्रता 0.05 M पहुँचती है, तो O₂ के बनने की दर होगी-

(a) 6.93 x 10-2 mol min¯¹

(b) 6.93 x 10-4 mol L-¹ min-1

(c) 2.66 L min¹ (STP पर)

(d) 1.34 x 10-2 mol min-1

  1. 518°C पर, गैसीय एसिटैल्डिहाइड के एक प्रतिदर्श की वियोजन दर, जिसका प्रारम्भिक दाब 363 Torr था, 5% अभिक्रिया कर लेने पर 1.00 Torr s¹ तथा 33% अभिक्रिया कर लेने पर 0.5 Torr s¹ पायी गई। अभिक्रिया की कोटि है-

(a) 2

(b) 3

(c) 1

(d) 0

  1. N2O5, NO2 तथा O₂ में विघटित हो जाता है और प्रथम कोटि के बलगतिकी का अनुसरण करता है। 50 मिनट के बाद, बर्तन के अंदर दाब 50 mm Hg से 87.5 mm Hg तक बढ़ जाता है, तो स्थिर ताप पर 100 मिनट के बाद गैसीय मिश्रण का दाब होगा-

(a) 116.25 mm Hg

(b) 175.0 mm Hg

(c) 106.25 mm Hg

(d) 136.25 mm Hg

  1. एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए, A– P, t 1/2 (अर्द्ध-आयु) 10 दिन है, तो A (दिनों में) समय है- केवें 1/4 रूपान्तरण के लिए आवश्यक
    (In 2 = 0.693, In 3 = 1.1)
    (a) 5

(b) 4.1

(c) 3.2

(d) 2.5

  1. यदि 50% अभिक्रिया 100 सेकंड में होती है तथा 75% अभिक्रिया 200 सेकंड में होती है, तो इस अभिक्रिया की कोटि है-

(a) 1

(b) 2

(c) शून्य

(d) 3

  1. एक अभिक्रिया के लिए, सक्रियण ऊर्जा E = 0 तथा 200 K पर दर स्थिरांक 1.6 × 106 s¹ है, तो 400 K पर दर स्थिरांक होगा- (दिया गया है कि गैस स्थिरांक R = 8.314 JK-¹ mol¯¹)

(a) 3.2 x 104 s-1

(b) 1.6 x 106 s-1

(c) 1.6 x 103 s-

(d) 3.2 x 106 s-1

  1. किसी अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा क्या होगी, अगर उसकी दर (रेट) दुगुनी और ताप 20°C से 35°C हो जाए? (R = 8.314 J mol¹ K-1)

(a) 342 kJ mol-1

(b) 269 kJ mol-¹1

(c) 34.7 kJ mol¹

(d) 15.1 kJ mol-1

  1. किसी रासायनिक अभिक्रिया में से कौन-सी मात्रा बदलती हैं? उत्प्रेरक के योग से निम्नलिखित में

(a) एन्थैल्पी

(b) सक्रियण ऊर्जा

(c) एन्ट्रॉपी

(d) आंतरिक ऊर्जा

  1. दो अभिक्रियाओं, R₁ तथा R₂ के पूर्व घातांकी गुणक एक जैसे हैं। R₁ की सक्रियण ऊर्जा R₂ के सक्रियण ऊर्जा से 10 kJ mol-1 अधिक है। यदि अभिक्रिया R₁ तथा R₂ के लिए 300 K पर दर स्थिरांक क्रमशः k₁ तथा k₂ हैं तो निम्न में से 1n(kz/k₁) किसके बराबर होगा?
    (R=8.314 J mol-1 K-¹)

(a) 6

(b) 4

(c) 8

(d) 12

  1. एक अभिक्रिया की दर दोगुनी हो जाती है जब इसका ताप 300 K से 310 K हो जाता है। ऐसी अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा होगी- (R = 8.314 JK-¹ mol-¹ तथा log 2 = 0.301)

(a) 60.5 kJ mol-1

(c) 48.6 kJ mol-1

(b) 53.6 kJ mol-1

(d) 58.5 kJ mol-¹

  1. यदि एक अभिक्रिया आरेंनिअस समीकरण का अनुसरण करती है, तो प्लॉट Ink vs 1/(RT), तो प्रवणता (Y) मात्रक के साथ एक सीधे रेखा देता है। अभिकारकों को सक्रिय करने के लिए आवश्यक ऊर्जा है-

(a) Y मात्रक

(c) YR मात्रक

(b) Y/R मात्रक

(d) – Y मात्रक

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