NCRT MCQ SET –
- निम्न में से कौन-सी विधि प्रावस्थाओं के अन्तरापृष्ठ पर सम्पन्न नहीं होती है?
(a) क्रिस्टलीकरण
(b) विषमांगी उत्प्रेरण
(c) समांगी उत्प्रेरण
(d) संक्षारण
- अधिशोषण की विधि में साम्यावस्था स्थिति पर
(a) ΔΗ> 0
(b) ΔH = TΔS
(c) ΔH > TΔS
(d) ΔH < TΔS
- निम्न में से कौन-से अन्तरापृष्ठ प्राप्त नहीं किया जा सकता?
(a) द्रव-द्रव
(b) ठोस-द्रव
(c) द्रव-गैस
(d) गैस-गैस
- ‘शोषण’ शब्द का अर्थ है-
(a) अवशोषण
(b) अधिशोषण
(c) अवशोषण एवं अधिशोषण दोनों
(d) विशोषण
- किसी गैस की भौतिक अधिशोषण की सीमा किसके साथ बढ़ती है?
(a) ताप में वृद्धि
(b) ताप में कमी
(c) अधिशोषक के पृष्ठ क्षेत्रफल में कमी
(d) वान्डरवाल्स बलों की तीव्रता (Strength) में कमी
- विलयन प्रावस्था से अधिशोष्य के अधिशोषण की सीमा किसके साथ बढ़ती है-
(a) विलयन में अधिशोष्य की मात्रा में वृद्धि
(b) अधिशोषक के पृष्ठ क्षेत्रफल में कमी
(c) विलयन के ताप में वृद्धि
(d) विलयन में अधिशोष्य की मात्रा में कमी
- निम्न में से कौन-सा अधिशोषण की घटना के लिए लागू नहीं होता है?
(a) ΔΗ > 0
(b) AG<0
(c) AS <0
(d) ΔΗ < 0
- निम्न में से कौन-सी स्थिति भौतिक अधिशोषण के लिए अनुकूल नहीं है?
(a) उच्च दाब
(b) ऋणात्मक ΔΗ
(c) अधिशोष्य का उच्च क्रांतिक ताप
(d) उच्च ताप
- गैसीय स्पीशीज़ के भौतिक अधिशोषण को किसके साथ रासायनिक अधिशोषण में परिवर्तित किया जा सकता है?
(a) ताप में कमी
(b) ताप में वृद्धि
(c) अधिशोषक के पृष्ठ क्षेत्रफल में वृद्धि
(d) अधिशोषक के पृष्ठ क्षेत्रफल में कमी
- भौतिक अधिशोषण में अधिशोषक किसी भी गैस के लिए विशिष्टता नहीं दर्शाता है? क्योंकि
(a) शामिल वान्डरवाल्स बल सार्वत्रिक होते हैं।
(b) शामिल गैसें आदर्श गैसों जैसा व्यवहार करती हैं।
(c) अधिशोषण की एन्थैल्पी कम होती है।
(d) यह एक उत्क्रमणीय प्रक्रिया है।
- निम्न में से कौन-सा अवशोषण का एक उदाहरण है?
(a) सिलिका जेल पर जल
(b) कैल्सियम क्लोराइड पर जल
(c) महीन रूप से विभक्त निकेल पर हाइड्रोजन
(d) धातु पृष्ठ पर ऑक्सीजन
- जल में साबुन के उच्च सान्द्रण पर, साबुन व्यवहार करता है
(a) आण्विक कोलॉइड
(b) सहचारी कोलॉइड
(c) वृहत् आण्विक कोलॉइड
(d) द्रव-स्नेही कोलॉइड
- निम्न में से कौन-सा टिण्डल प्रभाव दर्शाएगा?
(a) क्रांतिक मिसेल सान्द्रण से नीचे साबुन का जलीय विलयन
(b) क्रांतिक मिसेल सान्द्रण के ऊपर साबुन का जलीय विलयन
(c) सोडियम क्लोराइड का जलीय विलयन
(d) शर्करा का जलीय विलयन
- विधि, जिसके द्वारा द्रव-विरोधी सॉल को सुरक्षित किया जा सकता है-
(a) विपरीत आवेशित सॉल को मिलाकर
(b) एक विद्युत् अपघट्य को मिलाकर
(c) द्रव-स्नेही सॉल को मिलाकर
(d) उबालकर
- ताजे रूप से तैयार अवक्षेप कभी-कभी के द्वारा कोलॉइडी विलयन में परिवर्तित हो जाता है।
(a) स्कन्दन
(b) विद्युत् अपघटन
(c) विसरण
(d) पेप्टीकरण
- निम्न में से किस विद्युत् अपघट्य में AgI/Ag+ सॉल के लिए अधि कतम स्कंदित मान होगा?
(a) Na2S
(b) Na3PO4
(c) Na2SO4
(d) NaCl
- वह कोलॉइडी तंत्र जिसमें ठोस पदार्थ एक परिक्षिप्त प्रावस्था के रूप में एवं द्रव एक परिक्षेपण माध्यम के रूप में होता है, उसे के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
(a) ठोस सॉल
(b) जेल
(c) पायस
(d) सॉल
- कोलॉइडी विलयन के अणुसंख्यक गुणधर्मों के मान समान सान्द्रता वाले वास्तविक विलयनों के द्वारा दर्शाए गए मानों की तुलना में छोटी कोटि के होते हैं क्योंकि कोलॉइडी कण-
(a) वृहद सतही क्षेत्रफल को प्रदर्शित करते हैं।
(b) परिक्षेपण माध्यम में निलम्बित बने रहते हैं।
(c) द्रव-स्नेही कोलॉइड बनाते हैं।
(d) तुलनात्मक रूप से संख्या में कम होते हैं।
- जहाँ नदियाँ समुद्र से मिलती हैं उस स्थान पर डेल्टा के निर्माण के लिए निम्न में से कौन-सी विधि उत्तरदायी है?
(a) पायसीकरण
(b) कोलॉइड निर्माण
(c) स्कन्दन
(d) पेप्टीकरण
- निम्न में से कौन-सी विधि सॉल कणों पर विद्युत् आवेश की उपस्थिति के लिए उत्तरदायी है?
(a) सॉल कणों द्वारा इलेक्ट्रॉन
(b) विलयन से आयनिक स्पीशीज़ का अधिशोषण
(c) हेल्महोल्ट्ज विद्युतीय दोहरी परत का निर्माण
(d) विलयन से आयनिक स्पीशीज़ का अवशोषण
PYQ VVI MCQ SET –
“टिन्डल प्रभाव निम्न के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।” सही विकल्प चुनें।
(a) ग्लूकोस विलयन
(b) स्टार्च विलयन
(c) यूरिया विलयन
(d) NaCl विलयन
- जीटा विभव का मापन कोलॉइडी विलयन के किस गुणधर्म के निर्धारण में उपयोगी होता है?
(a) विलेयता
(b) कोलॉइडी कणों की विलेयता
(c) कोलॉइडी कणों का आकार
(d) श्यानता
- ठोस पृष्ठ पर दिए गए तापमान पर गैस के अधिशोषण के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
(a) ΔΗ > 0, ΔS > 0
(b) ΔΗ < 0, ΔS > 0
(c) ΔH > 0, ΔAS < 0
(d) ΔΗ < 0, ΔS <0
- निम्नलिखित में से कौन-सा कथन एंजाइमों के बारे में सत्य नहीं है?
(a) लगभग सभी एंजाइमों प्रोटीन होते हैं।
(b) एंजाइम एक जैवरासायनिक अभिक्रिया की सक्रियता ऊर्जा को कम करके उत्प्रेरक के रूप में काम करते हैं।
(c) एंजाइम एक अभिक्रिया एवं सब्सट्रेट के लिए गैरविशिष्ट (Non-specific) है।
(d) एंजाइमों की क्रिया तापमान एवं pH विशिष्ट होती है।
- निम्नलिखित लक्षणों में से कौन-सा अधिशोषण से सम्बन्धित है?
(a) ∆G एवं ∆H ऋणात्मक लेकिन ∆S धनात्मक होता है।
(b) ∆G एवं ∆S ऋणात्मक लेकिन ∆H धनात्मक होता है।
(c) ∆G ऋणात्मक लेकिन ∆H एवं ∆S धनात्मक होते हैं।
(d) ∆G, ∆H एवं ∆S सभी ऋणात्मक होते हैं।
- निम्नलिखित में से कौन-सा भौतिक अधिशोषण का गुण नहीं है?
(a) एकपरत अधिशोषण होता है।
(b) अधिक से अधिक पृष्ठ क्षेत्र, अधिक अधिशोषण
(c) तापमान कम, अधिक अधिशोषण
(d) उच्च दाब, अधिक अधिशोषण
- निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) उत्प्रेरक किसी भी अभिक्रिया को प्रारंभ नहीं करता है।
(b) अभिक्रिया के साम्यावस्था में उत्प्रेरक की उपस्थिति में साम्यावस्था स्थिरांक का मान परिवर्तित होता है।
(c) एन्ज़ाइम मुख्यतः जैव रसायनिक अभिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं।
(d) सह-एन्ज़ाइम, एन्जाइम की उत्प्रेरण क्रियाशीलता को बढ़ाते हैं।
- अभिकथन : एंजाइम की गतिविधि pH पर निर्भर होती है। तर्क : pH में परिवर्तन जल में एंजाइम की घुलनशीलता को प्रभावित करता है।
(a) अभिकथन और तर्क दोनों सत्य है तथा तर्क अभिकथन का सही स्पष्टीकरण है।
(b) अभिकथन और तर्क दोनों सत्य हैं, लेकिन तर्क, अभिकथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) अभिकथन सत्य है लेकिन तर्क असत्य है।
(d) अभिकथन और तर्क दोनों असत्य है।
- निम्नलिखित में से कौन-से गुण पर आयन की स्कंदन क्षमता निर्भर करती है?
(a) आयन के आवेश परिमाण एवं आवेश चिह्न दोनों पर
(b) केवल आयन के आकार पर
(c) केवल आयन के आवेश परिमाण पर
(d) केवल आयन के आवेश चिह्न पर
- फोम रबर एक कोलॉइड है।
(a) जेल
(b) इमल्शन
(c) ठोस सॉल
(d) एरोसॉल
- As₂S3 के स्कंदन में प्रयुक्त विद्युत् अपघट्यों के स्कंदन मान मिलीमोल प्रति लीटर में नीचे दिये गये हैं:
I. (NaCl) = 52, II. (BaCl2) = 0.69, III. (MgSO4) = 0.22
इनके स्कंदन शक्ति का सही क्रम है-
(a) III > II > I
(b) III>I>II
(c) I > II > III
(d) II > I > III
- निम्नलिखित में से सही कथन है –
(a) हार्डी-शुल्ज़े नियम कहता है कि आयनों का आकार जितना बड़ा होता है, उसकी स्कंदन क्षमता उतनी ही अधिक होती है।
(b) धातु सल्फाइड के सॉल लियोफिलिक होते हैं।
(c) किसी को उम्मीद होगी कि चारकोल हाइड्रोजन सल्फाइड की तुलना में क्लोरीन को अधिक अवशोषित कर लेगा।
(d) ब्राउनी गति बड़े कणों की तुलना में छोटे कणों के लिए अधिक स्पष्ट होती है।
- हीमोग्लोबिन तथा गोल्ड सॉल किसके उदाहरण है –
(a) क्रमशः धनात्मक तथा ऋणात्मक आवेशित सॉलों के
(b) ऋणात्मक आवेशित सॉलों के
(c) धनात्मक आवेशित सॉलों के
(d) क्रमशः ऋणात्मक तथा धनात्मक आवेशित सॉलों के
- निम्न में से सही विकल्प है –
(a) द्रवविरागी सॉल में कोलॉइडी कण विद्युत् कण संचलन द्वारा अवक्षेपित किये जा सकते हैं।
(b) कोलॉइडी औषधियाँ ज्यादा प्रभावशाली हैं क्योंकि उनका पृष्ठीय क्षेत्रफल छोटा होता है।
(c) जल में फिटकरी मिलाने से वह (जल) पीने अयोग्य हो जाता है।
(d) कोलॉइडी विलयन में यदि विलयन की श्यानता बहुत ज्यादा है, तो ब्राउनियन गति तीव्रतर होती है।