- द्रव्य के तापीय गुण (Thermal Properties of Matter)
NCERT MCQs
- एक द्विधात्विक पट्टी ऐलुमीनियम एवं इस्पात (alfaAI > alfaइस्पात) की बनी है। गर्म करने पर पट्टी
(a) सीधी रहेगी
(b) मुड़ जाएगी
(c) अवतल की ओर ऐलुमीनियम के साथ मुड़ेगी
(d) अवतल की ओर इस्पात के साथ मुड़ेगी।
- एक एकसमान धात्विक छड़ नियत कोणीय चाल से लम्बवत् द्वि भाजक के परितः घूर्णन करती है। यदि इसके ताप को थोड़ा-सा बढ़ाने के लिए इसे एकसमान रूप से गर्म किया जाए तो
(a) इसकी घूर्णन चाल बढ़ जाती है
(b) इसकी घूर्णन चाल कम हो जाती है
(c) इसकी घूर्णन चाल समान रहती है
(d) इसकी चाल बढ़ जाती है क्योंकि इसका जड़त्व आघूर्ण बढ़ जाता है।
- एक ऐलुमीनियम के गोले को जल में डुबाया जाता है। निम्न में से कौन-सा सही है?
(a) 0°C पर जल में उत्प्लावकता, 4° deg * C पर जल में उत्प्लावकता से कम होगी।
(b) 0° deg * C पर जल में उत्प्लावकता, 4° deg * C पर जल में उत्प्लावकता से अधिक होगी।
(c) 0°deg * C पर जल में उत्प्लावकता, 4° deg * C पर जल में उत्प्लावकता के समान होगी।
(d) उत्प्लावकता 4° deg * C पर जल में अधिक या कम हो सकती है, यह गोले की त्रिज्या पर निर्भर करता है।
- जैसे-जैसे ताप में वृद्धि होती है, वैसे-वैसे लोलक का आवर्तकाल
(a) बढ़ता है क्योंकि इसकी प्रभावी लम्बाई बढ़ती है जबकि इसका द्रव्यमान केन्द्र गोलक के केन्द्र पर बने रहता है।
(b) घटती है क्योंकि इसकी प्रभावी लम्बाई बढ़ती है, जबकि इसका द्रव्यमान केन्द्र गोलक के केन्द्र पर बने रहता है।
(c) बढ़ती है क्योंकि इसकी प्रभावी लम्बाई गोलक के केन्द्र के द्रव्यमान केन्द्र के नीचे विस्थापित होने के कारण बढ़ती है।
(d) घटती है क्योंकि इसकी प्रभावी लम्बाई तो उतनी ही रहती है लेकिन द्रव्यमान केन्द्र गोलक के केन्द्र के ऊपर विस्थापित हो जाता है।
- ऊष्मा किससे सम्बन्धित होती है?
(a) अणुओं की यादृच्छिक गति की गतिज ऊर्जा।
(b) अणुओं की क्रमिक गति की गतिज ऊर्जा।
(c) अणुओं की यादृच्छिक एवं क्रमिक गति की कुल गतिज ऊर्जा।
(d) कुछ प्रकरणों में यादृच्छिक गति की गतिज ऊर्जा तथा अन्य में क्रमिक गति की गतिज ऊर्जा।
- कमरे के ताप T पर किसी धातु के गोले की त्रिज्या R है, धातु का रेखीय प्रसार गुणांक है। गोले को ताप DeltaT से थोड़ा-सा गर्म किया जाता है जिससे इसका नया ताप (T + DeltaT) हो जाता है। गोले के आयतन में लगभग वृद्धि होगी-
(a) 2πR alpha*Delta T
(b) π * R ^ 2 * alphaDeltaT
(c) 4π * R ^ 3 * alphaDeltaT / 3
(d) 4π * R ^ 3 * alphaDeltaT
- एक गोला, एक घन तथा एक पतली वृत्तीय प्लेट तीनों एक ही पदार्थ के बने हैं तथा उनका द्रव्यमान समान है। इन्हें प्रारंभिक रूप से समान उच्च ताप तक गर्म किया जाता है।
(a) प्लेट सबसे जल्दी तथा घन सबसे धीरे ठंडा होगा।
(b) गोला सबसे जल्दी तथा घन सबसे धीरे ठंडा होगा।
(c) प्लेट सबसे जल्दी तथा गोला सबसे धीरे ठंडा होगा।
(d) घन सबसे जल्दी तथा प्लेट सबसे धीरे ठंडा होगा
PYQ + VVI MCQs
- 10 deg * C ताप के, 20 g जल में, 100 deg * C की वाष्प गुजरती है। जल का ताप 80 deg * C होने पर उपस्थित जल का द्रव्यमान कितना होगा? [जल की विशिष्ट ऊष्मा = 1 cal g-1 K-1 तथा वाष्प की गुप्त ऊष्मा = 540cal * g ^ – 1 ]
(a) 24 g
(b) 31.5 g
(c) 42.5 g
(d) 22.5 g
- 88 cm कॉपर की छड़ तथा अज्ञात लम्बाई की किसी एलुमिनियम की छड़ की लम्बाई में वृद्धि ताप वृद्धि पर निर्भर नहीं है। एलुमिनियम की छड़ की लम्बाई है ( alpha Cu =1.710^ -5 K^ -1 and alpha Al =2.210^ -5 K^ -1 )
(a) 68 cm
(b) 6.8 cm
(c) 113.9 cm
(d) 88 cm
- r1 और r2 त्रिज्याओं (r1 = 1.5r2) के दो कॉपर के ठोस गोलों के ताप में 1 K की वृद्धि करने के लिए आवश्यक ऊष्माओं की मात्राओं का अनुपात है:
(a) 9/4
(b) 3/2
( 2) 5/3
(d) 27/8
- त्रिज्या ” का कोई लघु गोला विरामावस्था से किसी श्यान द्रव में गिरता हैं। श्यान बल के कारण इसमें ऊष्मा उत्पन्न होती है। गोले के सीमान्त (टर्मिनल) वेग पर उत्पन्न ऊष्मा की दूर निम्नलिखित में से किसके अनुक्रमानुपाती होती है?
(a) r ^ 5
(b) r ^ 2
(c) r ^ 3
(d) r ^ 4
- एक गोलीय कृष्णिका की त्रिज्या 12 सेमी है। यह 500 K पर 450 वाट शक्ति का उत्सर्जन करती है। यदि इसकी त्रिज्या को आधा (1/2) तथा ताप को दो गुना कर दिया जाए तो उत्सर्जित शक्ति का मान वाट में होगाः
(a) 225
(b) 450
(c) 1000
(d) 1800
- जल की कुछ मात्रा को 5 मिनट तथा 60 deg * C से 5 मिनट लगते हैं, तो जल के 70 deg * C से 60 deg * C तक ठंडा होने में 54 deg * C तक ठंडा होने में और आसपास (परिवेश) का ताप होगाः
(a) 45 deg * C
(b) 20 deg * C
(c) 42 deg * C
(d) 10 deg * C
- ताप की एक नई स्केल (जो रेखीय है।) को W स्केल का नाम दिया गया है। इस स्केल पर जल का हिमांक और क्वथनांक क्रमानुसार 39 deg W और 239 deg * W है। तब सेल्सियस स्केल पर 39 deg * C ताप के संगत नई स्केल पर ताप का मान होगा:
(a) 200 deg * W
(b) 139 deg * W
(c) 78 deg * W
(d) 117 deg * W
- क्रमशः K और 2K ऊष्मा चालकता वाले तथा समान मोटाई के दो भिन्न पदार्थों की एक संयुक्त पट्टिका है। पट्टिका की तुल्य ऊष्मा चालकता होगी:
(a) (2/3) K
(b) √2 * K
(c) 3 K
(d) (4/3) K
- निम्न में से आदर्श कृष्णिका वस्तु के सन्निकट है:
(a) ब्लैक लैम्प
(b) नियत ताप पर गुहिका
(c) प्लेटिनम ब्लैक
(d) उच्च ताप पर एक कोयले का टुकड़ा
- बर्फ का कोई टुकड़ा ऊँचाई h से इस प्रकार गिरता है कि वह पूर्णतः पिघल जाता है। उत्पन्न होने वाली ऊष्मा का केवल एक-चौथाई भाग ही बर्फ द्वारा अवशोषित किया जाता है तथा बर्फ की समस्त ऊर्जा इसके गिरते समय ऊष्मा में रूपान्तरित हो जाती है। यदि बर्फ की गुप्त ऊष्मा 3.4 * 10 ^ 5 * J / k * g तथा g = 10N / k * g है, तो ऊँचाई का मान है:
(a) 136 कि.मी.
(b) 68 कि.मी.
(c) 34 कि.मी.
(d) 544 कि.मी.
- पत्थर की एक स्लैब (पट्टिका) का क्षेत्रफल 0.36m ^ 2 है और उसकी मोटाई 0.1 m है। इसकी निचली सतह (पृष्ठ) 100 deg * C की भाप के सम्पर्क में है और इसकी ऊपरी सतह पर 0 deg * C की बर्फ की एक स्लैब रखी है। जिससे एक घंटे में 4.8 kg बर्फ पिघल जाती है। यदि बर्फ के संगलन की गुप्त ऊष्मा = 3.36 * 10 ^ 5 * Jk * g ^ – 1 हो, तो पत्थर के स्लैब की ऊष्मा चालकता होगी:
(a) (1.24J / m) / s /^ C
(b) 1.29 J/m/s/°C
(c) (2.05J / m) / s /^ C
(d) 1.02 J/m/s/°C
- एक बेलनाकार छड़ के लिए जिसके दोनों सिरों का तापमान व T_{1} T_{2} हैं। जिसके एक सिरे से Q_{1} कैलोरी/से. ऊष्मा गुजरती है। यदि इसकी सभी रेखीय विमाओं को दुगना कर दें, तो उन्हीं तापों के लिए प्रवाहित उष्मा की दर Q_{2} है:
(a) 4Q_{1}
(b) 2Q_{1}
(c) Q_{1}/4
(d) Q_{1}/2
- किसी कृष्णिका द्वारा विकिरित शक्ति P है तथा यह तरंगदैर्ध्य, lambda_{0} परअधिकतम ऊर्जा विकिरित करती हैं। अब यदि इस कृष्णिका का ताप 3/4 * lambda_{0} परिवर्तित कर दिया जाता है, जिससे कि यह तरंगदैध्य पर अधिकतम ऊर्जा विकिरित करती है, तो इसके द्वारा विकिरित शक्ति nP हो जाती है। # का मान होगा
(a) 256/81
(b) 4/3
(c) 3/4
(d) 81/256