Kinetic theory in physics MCQ

  1. अणुगति या गंत्मय सिद्धांत (Kinetic Theory)

Ncert MCQs

  1. किसी घनीय बर्तन (क्षैतिज ऊर्ध्वाधर फलक वाला) में NTP पर आदर्श गैस भरी है। बर्तन को ऐसे रॉकेट द्वारा ले जाया जाता है जो ऊर्ध्वाधर दिशा में 500 मी/सेकण्ड की चाल से गति कर रहा है। मैदान पर हमारे द्वारा प्रेक्षित बर्तन के अन्दर गैस का दाब-

(a) समान रहता है क्योंकि 500 मी/सेकण्ड, गैस के Vrms से बहुत कम है।
(b) समान रहता है क्योंकि संपूर्ण रूप से बर्तन की गति, गैस अणुओं एवं दीवारों की आपेक्षिक गति को प्रभावित नहीं करती है।
(c) कारक [vms + (500)²]/v2ms के बराबर बढ़ेगा, जहाँ Vrms गैस का वर्ग माध्य मूल वेग है।
(d) बर्तन की ऊपरी दीवार एवं निचली दीवार पर भिन्न होगा।

  1. 1 मोल आदर्श गैस V घनीय आयतन ABCDEFGH में चित्रानुसार 300 K ताप पर भरी हुई है। घन का एक फलक (EFGH) एक ऐसे पदार्थ से बना हुआ है जो इस पर किसी भी आपतित गैसीय अणु को पूर्णतः अवशोषित करता है। किसी भी दिए गए समय पर

(a) EFGH पर दाब शून्य होगा।
(b) सभी फलकों पर दाब बराबर होगा।
(c) EFGH पर दाब, ABCD पर दाब का दुगुना होगा।
(d) EFGH पर दाब ABCD पर दाब का आधा होगा।

  1. बॉयल का नियम किस प्रक्रम का पालन करता है?

(a) रुद्धोष्म प्रक्रम

(b) समतापीय प्रक्रम

(c) समदाबीय प्रक्रम

(d) समआयतनिक प्रक्रम

  1. एक आदर्श गैस निहित रखने वाला एक सिलिण्डर ऊर्ध्वाधर स्थिति में है एवं उसमें M द्रव्यमान वाला एक पिस्टन है जो घर्षणरहित रूप से ऊपर व नीचे हो सकता है। यदि तापमान बढ़ता है, तो

(a) गैस के Pएवं V दोनों परिवर्तित होंगे।

(b) चार्ल्स के नियमानुसार केवल P बढ़ेगा।

(c) V परिवर्तित होगा किन्तु P नहीं।

(d) P परिवर्तित होगा किन्तु V नहीं।

  1. 1 मोल H₂ गैस को T = 300 K पर आयतन V = 1.00 m³ के बक्से में भरा जाता है। गैस को T = 300 K ताप तक गर्म किया जाता है तथा यह गैस हाइड्रोजन परमाणुओं की गैस में परिवर्तित हो जाती है। अन्तिम दाब होगा (सभी गैसों को आदर्श मानने पर) –

(a) प्रारंभिक दाब के समान

(b) प्रारंभिक दाब का 2 गुना

(c) प्रारंभिक दाब का 10 गुना

(d) प्रारंभिक दाब का 20 गुना

  1. एक फूले हुए रबर के गुब्बारे में 1 मोल आदर्श गैस भरी है। इसका दाब P, आयतन V एवं तापमान T है। यदि तापमान 1.1 T’ बढ़ता है, तथा आयतन 1.05 V बढ़ता है, तो अंतिम दाब होगा-

(a) 1.1 P

(b) P

(c) P से कम

(d) Pएवं 1.1 P के मध्य

PYQ + VVI MCQs

  1. किसी पात्र में भरी गैस के ताप में वृद्धि होने से क्या होगा?

(a) अंतराअणुक दूरी में कमी
(b) इसके द्रव्यमान में वृद्धि
(c) इसकी गतिज ऊर्जा में वृद्धि
(d) इसके दाब में कमी

  1. एक आदर्श गैस का दाब P, आयतन V तथा परमताप T’ है। यदि m प्रत्येक अणु का द्रव्यमान तथा K बोल्ट्जमान नियतांक है, तो गैस का घनत्व होगा-

(a) PM/ kT

(b) kT / Pm

(c) (km)/(PT)

(d) (PK)/(Tm)

  1. 2 मोल हीलियम गैस (आण्विक द्रव्यमान = 4u , तथा 1 मोल ऑर्गन गैस (आण्विक द्रव्यमान = 40u ) के एक मिश्रण को 300 K पर एक पात्र में रखा गया है। इनकी वर्ग माध्य मूल चालों का अनुपात Vrms (हीलियम) / Vrms (ऑर्गन) लगभग है-

(a) 2.24

(b) 0.32

(c) 0.45

(d) 3.10

  1. दाब 2 atm तथा ताप 300 K पर एक सिलिंडर में आदर्श गैस भरी गई है। दो क्रमिक संघट्टों के बीच औसत समय 6 * 10 ^ – 8 है। यदि दाब को दुगुना किया जाए एवं ताप को 500 K किया जाए तो दो क्रमिक संघट्टों की बीच अनुमानित औसत समय होगा-

(a) 4 * 10 ^ – 8 * s

(b) 3 * 10 ^ – 6

(c) 0.5 * 10 ^ – 8 * s

(d) 2 * 10 ^ – 7 * s

  1. एक समान तापमान पर दो पात्रों में से एक में आदर्श गैस A तथा दूसरे में आदर्श गैस B भरी हैं। गैस का दाब, गैस B के दाब का दो गुना है। इन दशाओं के अन्तर्गत, गैस A का घनत्व, गैस B के घनत्व से 1.5 गुना पाया जाता है, तो A तथा B के अणुभारों का अनुपात होगा:

(a) 3/4

(b) 2

(3) 1/2

(d) 2/3

  1. ताप T = 300K पर V = 1m ^ 3 धारिता के एक पात्र में 1 मोल H_{2} गैस का रखा गया है। गैस को T = 300 K तक गर्म करने पर, अणु परमाणुओं में परिवर्तित हो जाते हैं। अंतिम दाब होगा (सभी गैसों का आदर्श मानने पर)

(a) आरंभिक दाब के समान

(b) आरंभिक दाब का दुगुना

(c) आरंभिक दाब का 10 गुना

(d) आरंभिक दाब का 20 गुना

  1. किस ताप पर ऑक्सीजन अणुओं की वर्ग माध्य मूल (rms) चाल पृथ्वी के वायुमण्डल से पलायन कर सकने मात्र के लिए पर्याप्त हो जाएगी। दिया गया है: ऑक्सीजन के अणु का द्रव्यमान (m) = 2.76 * 10 ^ – 26 * kg बोल्ट्जमान स्थिरांक k_{B} = 1.38 * 10 ^ – 23 * J * K ^ – 1 )

(a) 5.016 * 10 ^ 4 * K

(b) 8.36 * 10 ^ 4 * K

(c) 2.508 * 10 ^ 4 * K

(d) 1.254 * 10 ^ 4 * K

  1. अभिकथन : आदर्श गैस के दिए हुए द्रव्यमान के सभी अणुओं की कुल स्थानांतरीय गतिज ऊर्जा दाब व आयतन के गुणनफल का 1.5 गुना है।
    तर्क : गैस के अणु एक दूसरे से टकराते हैं तथा अणुओं का वेग टक्कर के कारण बदलती है।

(a) अभिकथन व तर्क दोनों सत्य हैं तथा तर्क अभिकथन की सही व्याख्या करता है।

(b) अभिकथन व तर्क दोनों सत्य हैं परंतु तर्क अभिकथन की सही व्याख्या नहीं करता।

(c) अभिकथन सत्य है परंतु असत्य है।
(d) अभिकथन व तर्क दोनों असत्य हैं।

  1. ताप 27 deg * C और दाब 1 * 10 ^ 5 * N * m ^ – 2 पर किसी दिए गए द्रव्यमान की गैस के अणुओं का वर्ग माध्य मूल (r.m.s.) वेग 200m * s ^ – 1 है। जब इस गैस के ताप और दाब क्रमशः 127 deg * C और 0.05 * 10 ^ 5 * N * m ^ – 2 हैं, तो m * s ^ – 1 में इस गैस के अणुओं का वर्ग माध्य मूल वेग है:

(a) (100√2))/3

(b) 100/3

(c) 100√2)

(d) 400/√3))

  1. एक विशेष ताप पर O_{2} अणुओं का औसत स्थानांतरीय गतिज ऊर्जा 0.048 V है। उसी ताप पर (सापेक्ष मोलर द्रव्यमान 32) N_{2} अणुओं (सापेक्ष मोलर द्रव्यमान 28) की गतिज ऊर्जा eV में है-

(a) 0.0015

(b) 0.003

(c) 0.048

(d) 0.768

  1. एकसमान ताप पर हाइड्रोजन, ऑक्सीजन एवं कार्बनडाइऑक्साइड के अणुओं की rms चाल क्रमशः V_{h} V_{0} तथा V_{c} है, तब

(a) V_{C} > V_{O} > V_{H}

(b) V_{H} = V_{O} > V_{C}

(C) V_{H} > V_{O} > V_{C}

(d) V_{H} = V_{O} = V_{C}

  1. एक हाइड्रोजन, अणु का द्रव्यमान 3.32 * 10 ^ – 27 / k * g है। यदि 2c * m ^ 2 क्षेत्रफल की एक स्थिर दीवार पर 10 ^ 23 हाइड्रोजन अणु प्रति सेकंड अभिलंब के साथ 45 deg पर टकराते हैं तथा 10 ^ 3 * m / s चाल से प्रत्यास्थ टक्कर के बाद वापस लौटते हैं, तो दीवार पर दाब लगभग है।

(a) 2.35 * 10 ^ 3 * N * m ^ – 2

(c) 2.35 * 10 ^ 2 * N * m ^ – 2

(b) 4.7 * 10 ^ 3 * N * m ^ – 2

(d) 4.7 * 10 ^ 2 * N * m ^ – 2

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