- तरंगें (Waves)
NCRT MCQs
- जल में चलने वाली मोटर नाव द्वारा उत्पन्न जल तरंगें होती हैं-
(a) न तो अनुदैर्घ्य, न अनुप्रस्थ
(b) अनुदैर्ध्य एवं अनुप्रस्थ दोनों
(c) केवल अनुदैर्ध्य
(d) केवल अनुप्रस्थ
v मी/सेकण्ड की चाल से किसी माध्यम में चलने वाली तरंगदैर्ध्य की ध्वनि तरंगें अन्य माध्यम में प्रवेश करती हैं जहाँ इनकी चाल 2v मी/सेकण्ड है। दूसरे माध्यम में ध्वनि तरंगों की तरंगदैर्ध्य है-
(a) λ
(b) 2/2 λ
(c) 2λ
(d) 4λ
- वायु में ध्वनि तरंग की चाल-
(a) ताप पर निर्भर नहीं करती है।
(b) दाब के साथ बढ़ती है।
(c) आर्द्रता में वृद्धि के साथ बढ़ती है।
(d) आर्द्रता में वृद्धि के साथ घटती है।
- माध्यम के ताप में परिवर्तन परिवर्तित करता है-
(a) ध्वनि तरंगों की आवृत्ति को
(b) ध्वनि तरंगों के आयाम को
(c) ध्वनि तरंगों की तरंगदैर्ध्य को
(d) ध्वनि तरंगों की प्रबलता (Loudness) को
- किसी माध्यम में अनुदैर्ध्य तरंगों के संचरण के साथ, संचरित राशि है-
(a) पदार्थ
(b) ऊर्जा
(c) ऊर्जा एवं पदार्थ
(d) ऊर्जा, पदार्थ एवं संवेग
- निम्न में से कौन-सा कथन तरंग गति के लिए सही है?
(b) अनुदैर्ध्य तरंगें केवल ठोसों में संचरित हो सकती हैं।
(a) यांत्रिक अनुप्रस्थ तरंगें सभी माध्यमों में संचरित हो सकती हैं।
(c) यांत्रिक अनुप्रस्थ तरंगें केवल ठोसों में संचरित हो सकती हैं।
(d) अनुदैर्ध्य तरंगें निर्वात में संचरित हो सकती हैं।
- कोई ध्वनि तरंग संपीडन एवं विरलन के रूप में वायु स्तंभ में से गुजर रही है। क्रमागत संपीडनों एवं विरलनों में,
(a) घनत्व नियत रहता है।
(b) बॉयल के नियम का पालन होता है।
(c) वायु का आयतन प्रत्यास्थता गुणांक दोलन करता है।
(d) ऊष्मा का स्थानान्तरण नहीं होता है।
- 2.5 किग्रा की एक डोरी 200 न्यूटन के तनाव में है। तनी हुई डोरी की लम्बाई 20 मी है। यदि डोरी के एक सिरे पर एक अनुप्रस्थ झटका (Transverse jerk) दिया गया, तो विक्षोभ कितने सेकण्ड में दूसरे सिरे तक पहुँचेगा?
(a) 1 सेकण्ड
(b) 0.5 सेकण्ड
(c) 2 सेकण्ड
(d) दिया गया ऑकड़ा पर्याप्त नहीं है।
PYQ VVI MCQS
- किसी स्वरित्र द्विभुज का उपयोग किसी ऐसी काँच की नलिका में। अनुनाद उत्पन्न करने के लिए किया गया है, जिसमें वायु स्तम्भ की लम्बाई को परिवर्ती पिस्टन द्वारा समायोजित किया जा सकता है। 27° C कक्ष ताप पर स्तम्भ की लम्बाई 20 cm और 73 cm होने पर दो क्रमागत अनुनाद उत्पन्न होते है। यदि स्वरित्र द्विभुज की आवृत्ति 320 Hz है, तो वायु में ध्वनि का 27° C पर वेग होगा:
(a) 350 m/s
(b) 339 m/s
(c) 330 m/s
(d) 300 m/s
- किसी खुले ऑर्गन पाइप की मूल आवृत्ति किसी बंद ऑर्गन पाइप के तृतीय गुणावृत्ति (संनादी) की आवृत्ति के समान है। यदि बंद ऑर्गन पाइप की लम्बाई 20 cm है, तो खुले ऑर्गन पाइप की लम्बाई होगी:
(a) 12.5 cm
(b) 8 cm
(c) 13.2 cm
(d) 16 cm
- दो कारों की चाल क्रमशः 22 m/s तथा 16.5 m/s हैं। ये दोनों विपरीत दिशाओं में एक-दूसरे की ओर जा रही हैं। पहली कार का चालक हॉर्न बजाता है, जिसकी आवृत्ति 400 Hz है। यदि, ध्वनि का वेग 340 m/s है तो, दूसरी कार के चालक को इस हॉर्न की ध्वनि कितनी आवृत्ति की सुनाई देगी?
(a) 350 Hz
(b) 361 Hz
(c) 411 Hz
(d) 448 Hz
- समान आयाम की ध्वनि तरंगों की आवृत्तियाँ क्रमशः (n – 1), n, (n + 1) हैं। इनके अध्यारोपण से विस्पन्द उत्पन्न होते हैं। प्रति सेकण्ड उत्पन्न विस्पन्दों की संख्या होगी:
(a) 3
(b) 2
(c) 1
(d) 4
- एक सिरे पर बंद तथा दूसरे सिरे पर खुला कोई वायु स्तम्भ किसी स्वरित्र द्विभुज के साथ उस समय अनुनाद करता है जब इस वायु स्तम्भ की कम-से-कम लम्बाई 50 cm होती है। इसी स्वरित्र द्विभुज के साथ अनुनाद करने वाले स्तम्भ की अगली बड़ी लम्बाई है:
(a) 150 cm
(b) 200 cm
(c) 66.7 cm
(d) 100 cm (NEET-1)
- अज्ञात आवृत्ति का एक स्त्रोत, 250 Hz आवृत्ति के किसी अन्य स्रोत के साथ प्रति सेकण्ड 4 विस्पन्द उत्पन्न करता है। अज्ञात आवृत्ति का दूसरा संनादी (हारमोनिक), 513 Hz आवृत्ति के स्रोत के साथ 5 विस्पन्द प्रति सेकण्ड उत्पन्न करता है, तो अज्ञात आवृत्ति है:
(a) 254 Hz
(b) 246 Hz
(c) 240 Hz
(d) 260 Hz
- एक दूसरे के निकट स्थित ध्वनि के दो स्रोत निम्न प्रकार निरूपित प्रगामी तरंगें उत्सर्जित कर रहे हैं: y_{1} = 4sin 600pit और y_{2} = 5sin 608pit इन दोनों स्रोतों के निकट स्थित एक श्रोता को सुनाई देगाः
(a) 4 विस्पन्द प्रति सेकण्ड तथा वैक्सिंग और वैनिंग तीव्रता में अनुपात 25: 16 होगा।
(b) 8 विस्पन्द प्रति सेकण्ड तथा वैक्सिंग और वैनिंग तीव्रता में अनुपात 25:16 होगा।
(c) 8 विस्पन्द प्रति सेकण्ड तथा वैक्सिग और वैनिंग तीव्रता में 81:1 का अनुपात होगा।
(d) 4 विस्पन्द प्रति सेकण्ड तथा वैक्सिग और वैनिंग तीव्रता में 81:1 का अनुपात होगा।
- क्रमश: 5.0 m और 5.5 m तरंगदैर्ध्य की दो ध्वनि तरंगें 330 m/s के वेग से एक गैस में चल रही है। हम आशा कर सकते हैं कि प्रति सेकण्ड विस्पंदों की संख्या होगी:
(a) 12
(b) 0
(c) 1
(d) 6 (NEET)
- दो समरूप सितार वाले तार समान तनाव T के अधीन है तथा उनकी मूल आवृत्ति 600 Hz है। तारों में से किसी एक तार के तनाव में आंशिक वृद्धि करने पर विस्पन्दों में 6 विस्पन्द/सेकण्ड का अन्तर है। जब दोनों तारों को साथ-साथ दोलन कराया जाता है, तब तनाव में आंशिक वृद्धि होगी:
(a) 0.01
(b) 0.02
(c) 0.03
(d) 0.04
- एक डोरी में चलती तरंग का आयाम 2cm है। यह तरंग x-अक्ष की धन दिशा में 128 m/sec की चाल से चल रही है और यह पाया गया है कि डोरी की 4m की लम्बाई में 5 पूरी तरंगें समा जाती है। तरंग सूचक समीकरण होगीः
(a) y = (0.02) * m * sin(7.85x – 1005t)
(b) y = (0.02) * m * sin(7.85x + 1005t)
(c) y = (0.02) * m * sin(15.7x – 2010t)
(d) y = (0.02) * m * sin(15.7x + 2010t)
- आशोषक माध्यम में एक बिन्दु स्त्रोत सभी दिशाओं में समान रूप से ध्वनि का संचार कर रहा है। स्रोत से क्रमानुसार 2 m और 3 m की दूरी पर दो बिन्दुओं P और Q पर तरंगों की तीव्रता का अनुपात होगाः
(a) 3:2
(b) 2:3
(c) 9:4
(d) 4:9