- वैद्युतचुंबकीय तरंगें (Electromagnetic Waves)
NCERT MCQs - कार्बन मोनोऑक्साइड के अणु को कार्बन एवं ऑक्सीजन परमाणुओं में वियोजित करने के लिए 11 eV ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इस वियोजन को प्राप्त करने के लिए उपयुक्त विद्युतचुंबकीय विकिरण की न्यूतनम आवृत्ति निम्न में से किसमें निहित होती है?
(a) दृश्य क्षेत्र
(c) पराबैंगनी क्षेत्र
(b) अवरक्त क्षेत्र
(d) सूक्ष्मतरंग क्षेत्रवैद्युतचुंबकीय तरंगें (Electromagnetic Waves)वैद्युतचुंबकीय तरंगें (Electromagnetic Waves)
- 20 W / c * m ^ 2 के ऊर्जा फ्लक्स वाला प्रकाश लंबवत् अपरावर्तक पृष्ठ पर आपतित होता है। यदि पृष्ठ का क्षेत्रफल 30c * m ^ 2 है, तो 30 min के दौरान प्रदत्त (पूर्ण अवशोषण के लिए) कुल संवेग होगा-
(a) 36 * 10 ^ – 5 * kgm / s
(b) 36 * 10 ^ – 4 * kgm / s
(c) 108 * 10 ^ 4 * kgm / s
(d) 1.08 * 10 ^ 7 * kgm / s
- 3 m की दूरी पर 100 W के बल्ब से आने वाली विकिरणों के द्वारा उत्पन्न विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E है। उसी दूरी पर 50 W के बल्ब से आने वाली विकिरणों के द्वारा उत्पन्न विद्युत क्षेत्र की तीव्रता होगी-
(a) E/2
(b) 2 E
(c) E/(sqrt(2))
(d) sqrt(2) * E
- यदि vec E एवं B विद्युतचुंबकीय तरंग के विद्युत एवं चुंबकीय क्षेत्र के सदिश हैं, तो विद्युतचुंबकीय तरंग के संचरण की दिशा किसके अनुदिश होगी?
(a) vec E
(b) vec B
(c) vec B * vec E
(d) vec E * vec B
- किसी विद्युतचुंबकीय तरंग की तीव्रता के विद्युत क्षेत्र एवं चुंबकीय क्षेत्र के घटकों के द्वारा योगदानों (Contributions) का अनुपात होगा-
(a) c:1
(b) (c ^ 2) / 1
(c) 1:1
(d) (sqrt(c)) / 1
- एक विद्युतचुंबकीय तरंग, अपने विद्युत क्षेत्र सदिश के आयाम E_{0} के साथ द्विध्रुव ऐण्टीना से बाहर की ओर विकिरित होती है। स्रोत से महत्त्वपूर्ण ऊर्जा परिवहन करने वाला विद्युत क्षेत्र E_{0} इस रूप में कम होता है-
(2) 1/(r ^ 3)
(c) 1/r
(b) 1/(r ^ 2)
(d) नियत रहता है।
PYQ VVI MCQS
- x-दिशा में संचरित एक समतल विद्युत चुंबकीय तरंग के लिए निम्नलिखित संयोजनों में से कौन-सा क्रमशः विद्युत क्षेत्र (E) तथा चुंबकीय क्षेत्र (B) की सही सम्भव दिशाओं को प्रदर्शित करता है? HAT – cap
(a) – hat j + hat k ,- hat j – hat k
(c) – hat j + hat k ,- hat j + hat k
(b) hat j + hat k ,- hat j – hat k
(d) hat j + hat k , hat j + hat k
- 20 µF धारिता के किसी समान्तर पट्टिका संधारित्र को किसी ऐसे वोल्टता स्त्रोत द्वारा आवेशित किया जा रहा है जिसका विभव 3V/s की दर से परिवर्तित हो रहा है। संयोजक तारों से प्रवाहित चालक धारा, और पट्टिकाओं से गुजरने वाली विस्थापन धारा क्रमशः होंगी:
(a) शून्य, शून्य
(b) शून्य, 60mu*A
(c) 60muA 60muA
(d) 60mu*A शून्य
- कोई विद्युत्-चुंबकीय तरंग किसी माध्यम में वेग vec V = hat V i से गमन कर रही है। किसी क्षण इस विद्युत्-चुंबकीय तरंग का विद्युत् क्षेत्र दोलन +y अक्ष के अनुदिश है। तब इस विद्युत्-चुंबकीय तरंग के चुंबकीय क्षेत्र दोलन की दिशा होगी:
(a) – y दिशा
(b) + z दिशा
(c) – z दिशा
(d) – x दिशा
- मुक्त दिक्स्थान (आकाश) में, किसी विद्युत चुंबकीय तरंग में विद्युत क्षेत्र का वर्ग-माध्य-मूल मान, E rms =6 V/m है, तो चुंबकीय क्षेत्र का शिखर मान है :
(a) 1.41 * 10 ^ – 8 * T
(b) 2.83 * 10 ^ – 8 * T
(c) 0.7 * 10 ^ – 8 * T
(d) 4.23 * 10 ^ – 8 * T
- किसी विद्युत चुंबकीय तरंग की ऊर्जा की कोटि 15 keV है। यह स्पेक्ट्रम के किस भाग का सदस्य है?
(a) अवरक्त किरणों
(b) पराबैंगनी किरणों
(c) गामा किरणों
(d) एक्स-किरणों
- 25 * 10 ^ 4 * W * m ^ – 2 ऊर्जा फ्लक्स का प्रकाश, किसी पूर्णतः परावर्तक पृष्ठ (सतह) पर लम्बवत् आपतित होता है। यदि इस पृष्ठ का क्षेत्रफल 15 cm² हो, तो पृष्ठ पर आरोपित औसत बल होगाः
(a) 1.25 * 10 ^ – 6 * N
(b) 2.5 * 10 ^ – 6 * N
(c) 1.2 * 10 ^ – 6 * N
(d) 3 * 10 ^ – 6 * N
- निम्नलिखित में से किस दशा में किसी माइक्रोवेव (सूक्ष्म तरंग) ऑवन की जल अणु युक्त भोज्य पदार्थों को गर्म करने की दक्षता महत्तम होगी?
(a) जब माइक्रोवेव (सूक्ष्म तरंगों) की आवृत्ति, जल के अणुओं की अनुनादी आवृत्ति के सदृश होती है।
(b) जब सूक्ष्मतरंगों (माइक्रोवेव) की आवृत्ति का जल के अणुओं की प्राकृतिक आवृत्ति से कोई संबंध नहीं होता है।
(c) जब सूक्ष्म तरंगें ऊष्मा की तरंगें हैं, अतः सदैव ऊष्मा उत्पन्न करती हैं।
(d) जब अवरक्त तरंगें माइक्रोवेव ऑवन में ऊष्मा उत्पन्न करती हैं।
- मुक्त आकाश में किसी विद्युत चुंबकीय तरंग का विद्युत क्षेत्र, vec E =10 cos(10 ^ 7 * t + kx) hat j V/m, से निरूपित (प्रकट) किया जाता है। जहाँ । सेकण्ड में मीटर में है। इससे यह निष्कर्ष निकलता है किः
(1) तरंगदैर्ध्य lambda =188.4 m Rightarrow1
(2) तरंग संख्या k = (0.33 rad) / m है।
(3) तरंग आयाम = 10V / m * 1 है।
(4) तरंग + x दिशा की ओर गमन कर रही है।
निम्नलिखित प्रकथनों के युग्मों में से कौन-सा ठीक है?
(a) (1) तथा (2)
(b) (2) तथा (3)
(c) (1) तथा (3)
(d) (3) तथा (4)
- 20c * m ^ 2 क्षेत्रफल के किसी अपरावर्ती पृष्ठ पर 20W / c * m ^ 2 औसत फ्लक्स के साथ प्रकाश अभिलम्बवत् आपतन करता है। 1 मिनट की समयावधि में इस पृष्ठ पर प्राप्त की गयी ऊर्जा है:
(a) 12 * 10 ^ 3 * J
(b) 24 * 10 ^ 3 * J
(c) 48 * 10 ^ 3 * J
(d) 10 * 10 ^ 3 * J
- एक विद्युतचुंबकीय तरंग के विद्युत और चुंबकीय क्षेत्रः
(a) एक ही कला में और परस्पर लम्ब दिशाओं में होते हैं।
(b) एक ही कला में और परस्पर समान्तर होते हैं।
(c) विपरीत कला में और परस्पर लम्ब दिशा में होते हैं।
(d) विपरीत कला में और परस्पर समांतर होते हैं।
- यदि lambda_{v} lambda_{x} और lambda_{m} क्रमशः दृश्य प्रकाश, X-किरणों और सूक्ष्मतरंगों की तरंगदैर्ध्य हों, तोः
(a) λm > λχ > λ
(b) λν > λm > λχ
(c) λv > λχ > λm
(d) λm > λν > λχ
- ओजोन परत की जैविक उपयोगिता है:
(a) पराबैंगनी किरणों को रोकती है।
(b) ग्रीन हाऊस प्रभाव को कम करती है।
(c) ओजोन परत रेडियों तरंगों को परावर्तित करती है।
(d) ओजोन परत वातावरण में O2/H2 अनुपात पर नियंत्रण रखती है।
- ग्रीन हाऊस प्रभाव का कारण क्या है?
(a) अवरक्त किरणें
(b) पराबैंगनी किरणें
(c) X-किरणें
(d) रेडियो तरंगें