NEET के बाद विदेश में MBBS कैसे करें? :- प्रत्येक साल लाखों छात्र एमबीबीएस में एडमिशन के लिए नीट परीक्षा देते हैं। लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीटों की संख्या कम और अधिक प्रतिस्पर्धा होने के कारण अधिकांशत छात्र का एमबीबीएस सपना रह जाता है। और वहीं भारत मे प्राइवेट फीस बहुत ही महंगी पर जाती है। तो ऐसे में विदेश से एमबीबीएस करना एक अच्छा और औपचारिक विकल्प होता है। जो आपको अधिक फीस ना लेकर अधिक गुणवत्ता वाले शिक्षा देगे।
अगर आप नीट परीक्षा 2025 दे दिए हैं और विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में हम जानेंगे यह कैसे संभव है और कौन देश है जहां एमबीबीएस की अधिक गुणवत्ता के साथ पढ़ाई जाती है और कितने महीना सालाना खर्च होंगे इन सभी बातों का इस लेख में जानकारी दीया गया है।
किन देशों में विदेश से MBBS किया जा सकता है?
आपको बता दें भारत के ही छात्र कुछ ऐसे देश हैं जहां एमबीबीएस की पढ़ाई करने जाते हैं तो लिए उन सभी देश का नाम जानते हैं जहां एमबीबीएस की पढ़ाई भारत के छात्र करने जाते हैं।
- रूस
- जॉर्जिया
- यूक्रेन (वर्तमान युद्ध स्थिति के कारण अस्थिर)
- कज़ाखस्तान
- किर्गिस्तान
- फिलीपींस
- चीन
- नीदरलैंड / पोलैंड (EU देशों में भी अब MBBS संभव है)
इन देशों में मेडिकल एजुकेशन की गुणवत्ता अच्छी है, और इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई भी उपलब्ध है। साथी उसे देश के लोकल भाषा में भी पढ़ाई जाती है।
NEET अनिवार्य है या नहीं?
भारत सरकार ने 2019 से अनिवार्य कर दिया है कि जो भी छात्र विदेश में एमबीबीएस करना चाहते हैं उन्हें नीट में उच्च रैंक लाने की जरूरत नहीं है लेकिन पास होना जरूरी है।
यदि आप नीट परीक्षा को क्वालीफाई करते हो तो भी आप एमबीबीएस की पढ़ाई विदेश में जाकर कर सकते हैं।
फीस और खर्च कितना होता है?
विदेश में एमबीबीएस करने के दरमियान फीस और खर्च देश और विश्वविद्यालय के अनुसार अलग-अलग होता है नीचे आपको औसत खर्च की जानकारी दी गई है।
देश सालाना फीस (INR में) कुल कोर्स खर्च (5-6 साल)
देश | सालाना फीस (INR में) | कुल कोर्स खर्च (5-6 साल) |
---|---|---|
रूस | ₹3 – ₹5 लाख | ₹20 – ₹30 लाख |
फिलीपींस | ₹4 – ₹6 लाख | ₹25 – ₹35 लाख |
जॉर्जिया | ₹4 – ₹7 लाख | ₹30 – ₹40 लाख |
कज़ाखस्तान/किर्गिस्तान | ₹2 – ₹4 लाख | ₹15 – ₹25 लाख |
नोट: इसमें हॉस्टल, भोजन, मेडिकल इंश्योरेंस और अन्य खर्च अलग हो सकते हैं।
एडमिशन प्रोसेस क्या है?
जो छात्र नीट परीक्षा क्वालीफाई कर जाते हैं उसके बाद कुछ प्रक्रिया करनी होती है जो नीचे बताई गई है।
- NEET क्वालिफाई करें
- विश्वविद्यालय और देश का चयन करें
- एजेंट या ऑफिशियल वेबसाइट से अप्लाई करें
- ऑफर लेटर प्राप्त करें
- विज़ा प्रोसेस शुरू करें (स्टूडेंट वीज़ा)
- फीस जमा करें और फ्लाइट बुक करें
- विदेश जाकर क्लास जॉइन करें
किन बातों का रखें ध्यान?
- NMC (National Medical Commission) द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में ही एडमिशन लें।
- FMGE (Foreign Medical Graduate Exam) को पास करना अनिवार्य है भारत में प्रैक्टिस के लिए।
- किसी भी एजेंट को बिना जांचे-परखे फीस न दें।
- देश की भाषा, मौसम और संस्कृति के बारे में पहले से जानकारी लें।
क्या विदेश से MBBS फायदेमंद है?
- विदेश से एमबीबीएस फायदेमंद इस प्रकार होती है भारत में प्राइवेट कॉलेज आपसे अधिक फीस लेती है जबकि विदेश में कम फीस में उच्च
- गुणवत्ता की शिक्षा दी जाती है।
- भारत में एमबीबीएस की पढ़ाई प्राइवेट से अधिक शुल्क लेती है।
- आप गंभीरता से पढ़ाई करना चाहते हैं और FMGE की तैयारी भी कर सकते हैं।
- आपके पास मानसिक और भावनात्मक रूप से विदेश में रहकर पढ़ने की क्षमता है।
निष्कर्ष:
विदेश में MBBS करना अब एक व्यवहारिक और अच्छा विकल्प बन चुका है, लेकिन इसके लिए सही जानकारी, विवेक और योजना जरूरी है।
NEET पास करने के बाद अगर आप भारत में सीट नहीं पा सके, तो निराश न हों — विदेश में भी आपका डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो सकता है।
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