- पुष्पी पादपों में लैंगिक प्रजनन (Sexual Reproduction in Flowering Plants)
NCERT MCQ
- नीचे सूचीबद्ध शब्दों में से, वे जो एक पुष्पीय चक्र के लिये तकनीकी रूप से सही नाम नहीं हैं-
(i) पुमंग
(ii) अण्डप
(iii) दलपुंज
(iv) बाह्यदलपत्र
(a) (i) व (iv)
(b) (iii) व (iv)
(c) (ii) व (iv)
(d) (i) व (ii)
- भ्रूणकोश बीजाण्ड के लिये वैसे ही है जैसे लिये है। परागकोश के
(a) पुंकेसर
(b) पुतन्तु
(c) परागकण
(d) पुमंग
- एक प्रारूपिक पूर्ण, द्विलिंगी और अधोजाय पुष्प में पुष्पासन पर पुष्पीय चक्रों की व्यवस्था बाहर से अन्दर की ओर होती है-
(a) बाह्यदलपुंज, दलपुंज, पुमंग व जायांग
(b) बाह्यदलपुंज, दलपुंज, जायांग व पुमंग
(c) जायांग, पुमंग, दलपुंज व बाह्यदलपुंज
(d) पुमंग, जायांग, दलपुंज व बाह्यदलपुंज
- एक द्विबीजपत्री पौधा पुष्पों को जन्म देता है परन्तु फलों व बीजों को कभी नहीं उत्पन्न करता है। उपरोक्त स्थिति के लिये सबसे अधिक सम्भावित कारण क्या है?
(a) पौधा एकलिंगाश्रयी होता है और इसमें केवल पिस्टिलेट पुष्प होते हैं।
(b) पौधा एकलिंगाश्रयी होता है और इसमें पिस्टिलेट व स्टेमिनेट दोनों पुष्प होते हैं।
(c) पौधा उभयलिंगाश्रयी होता है।
(d) पादप एकलिंगाश्रयी होता है और इसमें केवल स्टेमिनेट पुष्प होते हैं।
- किसी परागकोश में लघुबीजाणुधानी की सबसे बाहर और सबसे अन्दर की परतें क्रमशः होती हैं-
(a) अन्तः स्तर व टेपीटम
(b) बाह्यत्वचा व अन्तस्त्वचा
(c) बाह्यत्वचा व मध्यस्तर
(d) बाह्यत्वचा व टेपीटम।
- लघुबीजाणुजनन के दौरान इसमें अर्द्धसूत्री विभाजन होता है-
(a) अन्तः स्तर
(b) लघुबीजाणु मातृ कोशिकाएँ
(c) लघुबीजाणु चतुष्क
(d) परागकण।
- नीचे दिये गये शब्दों के समुच्चयों में से उन्हें पहचानिए जो जायांग से संबंद्धित हैं।
(a) वर्तिकाग्र, बीजाण्ड, भ्रूणकोश, बीजाण्डासन (प्लेसेंटा)
(b) पुष्पासन, स्त्रीकेसर, वार्तका, बीजाण्ड
(c) बीजाण्ड, अण्डाशय, भ्रूणकोश, टेपीटम
(d) बीजाण्ड, पुंकेसर, अण्डाशय, भ्रूणकोश
- सबसे अन्दर के भाग से प्रारम्भ करते हुए, एक बीजाण्ड के भागों का सही अनुक्रम है-
(a) अण्ड, बीजाण्डकाय, भ्रूणकोश, अध्यावरण
(b) अण्ड, भ्रूणकोश, बीजाण्डकाय, अध्यावरण
(c) भ्रूणकोश, बीजाण्डकाय, अध्यावरण, अण्ड
(d) अण्ड, अध्यावरण, भ्रूणकोश, बीजाण्डकाय
- नीचे दिये गये कथनों में से उस विकल्प का चयन करें जो एक पुष्पीय पादप के एक प्रारूपिक मादा युग्मकोद्भिद् के लिये सत्य है।
(i) यह परिपक्वता पर आठ केन्द्रकीय और सात कोशिकीय होता है।
(ii) यह विकास के दौरान स्वतंत्र नाभिकीय होता है।
(iii) यह अध्यावरण के अन्दर परन्तु बीजाण्डकाय के बाहर की ओर स्थित होता है।
(iv) इसमें एक अण्ड उपकरण होता है जो निभागीय सिरे पर स्थित होता है।
(a) (i) व (iv)
(c) (i) व (ii)
(b) (ii) व (iii)
(d) (ii) व (iv)
- एक चेस्मोगैमस पुष्प में ऑटोगैमी हो सकती है यदि
(a) पराग बीजाण्ड की परिपक्वता के पहले परिपक्व होते हैं।
(b) बीजाण्ड पराग की परिपक्वता के पहले परिपक्व होते हैं।
(c) पराग और बीजाण्ड दोनों एक साथ परिपक्व होते हैं।
(d) परागकोश व वर्तिका दोनों समान लम्बाइयों के होते हैं।
- निम्न में से सही कथन का चुनाव करें।
(a) क्लिस्टोगैमस पुष्प सदैव ऑटोगैमी प्रदर्शित करते हैं।
(b) चेस्मोगैमस पुष्प सदैव जीटोनोगैमी प्रदर्शित करते हैं।
(c) क्लिस्टोगैमस पुष्प ऑटोगैमी व जीटोनोगैमी दोनों को प्रदर्शित करते हैं।
(d) चेस्मोगैमस पुष्प कभी ऑटोगैमी प्रदर्शित नहीं करते हैं।
- पौधे की एक विशेष जाति हल्के, अचिपचिपे पराग को बड़ी संख्या में उत्पन्न करती है और उसके वर्तिकाग्र लम्बे व पंखवत् होते हैं। ये रूपान्तरण निम्न द्वारा परागण को सरल बनाते हैं-
(a) कीटों
(b) जल
(c) वायु
(d) जन्तुओं।
- नीचे दी गयी स्थितियों में से एक का चुनाव करें जो ऑटोगैमी व
जीटोनोगैमी दोनों को रोकती है।
(a) उभयलिंगाश्रयी पादप जिसमें एकलिंगी पुष्प होते हैं।
(b) एकलिंगाश्रयी पादप जिसमें केवल नर या मादा पुष्प होते हैं।
(c) उभयलिंगाश्रयी पादप द्विलिंगी पुष्पों सहित
(d) एकलिंगाश्रयी पादप द्विलिंगी पुष्पों सहित
- एक निषेचित भ्रूणकोश में, अगुणित, द्विगुणित और त्रिगुणित रचनाएँ हैं-
(a) सहायक कोशिकाएँ, युग्मनज व प्राथमिक भ्रूणपोष केन्द्रक
(b) सहायक कोशिकाएँ, प्रतिव्यासांत कोशिकाएँ व ध्रुवीय केन्द्रक
(c) प्रतिव्यासांत कोशिकाएं, सहायक कोशिकाएँ व प्राथमिक भ्रूणपोष केन्द्रक
(d) सहायक कोशिकाएँ, ध्रुवीय केन्द्रक व युग्मनज।
- एक भ्रूणकोश में ये कोशिकाएँ निषेचन के बाद अस्तित्वहीन (लुप्त) हो जाती हैं-
(a) सहायक कोशिकाएँ व प्राथमिक भ्रूणपोष कोशिका
(b) सहायक कोशिकाएँ व प्रतिव्यासांत कोशिकाएँ
(c) प्रतिव्यासांत कोशिकाएँ व प्राथमिक भ्रूणपोष कोशिका
(d) अण्ड और प्रतिव्यासांत कोशिकाएँ।
- एकलिंगाश्रयी पौधों में कृत्रिम संकरण कार्यक्रम के लिये योजना बनाते समय निम्न पदों में से कौन-सा प्रासंगिक (संगत) नहीं होगा?
(a) मादा पुष्प की बैगिंग
(b) वर्तिकाग्र पर पराग का छिड़काव
(c) विपुंसन
(d) पराग का संग्रह
- एक प्रारूपिक द्विबीजपत्री और घास के भ्रूणों में सत्य समजात रचनाएँ हैं-
(a) मूलांकुरचोल व प्रांकुरचोल
(b) प्रांकुरचोल व स्क्यूटेलम
(c) बीजपत्र व स्क्यूटेलम
(d) बीजपत्राधार व मूलांकुर।
- कुछ पौधों में एक घटना देखी जाती है, जिसमें लैंगिक उपकरण के भागों का उपयोग बिना निषेचन के भ्रूणों के निर्माण के लिये किया जाता है, इसे कहते हैं-
(a) अनिषेकफलन
(b) एपोमिक्सिस
(c) कायिक प्रवर्धन
(d) लैंगिक प्रजनन।
- एक पुष्प में यदि गुरुबीजाणु मातृ कोशिका बिना अर्द्धसूत्री विभाजन के गुरुबीजाणुओं का निर्माण करती है और यदि गुरुबीजाणुओं में से एक गुरुबीजाणु एक भ्रूणकोश में विकसित होता है, तो उसके केन्द्रक होंगे-
(a) अगुणित
(b) द्विगुणित
(c) कुछ एक अगुणित व कुछ एक द्विगुणित
(d) विभिन्न प्लॉइडी (Ploidy) के।
- वह घटना जिसमें अण्डाशय बिना निषेचन के फल में विकसित होता है, कहलाती है-
(a) अनिषेकफलन
(b) एपोमिक्सिस
(c) अलैंगिक प्रजनन
(d) लैंगिक प्रजनन।
PYQ VVI MCQs
- परिपक्व अवस्था में एक प्रारूपी आवृतबीजी भ्रूणकोष निम्नलिखित में से कौन सा होता है?
(a) 7-केन्द्रकीय और 8-कोशिकीय
(b) 7-केन्द्रकीय और 7-कोशिकीय
(c) 8-केन्द्रकीय और 8-कोशिकीय
(d) 8-केन्द्रकीय और 7-कोशिकीय
- निम्नलिखित में से किन कुलों के युग्म में उनके कुछ सदस्यों में परागकणों की जीवनक्षमता उनके मुक्त होने के बाद महीनों तक रहती है?
(a) पोएसी, लेग्युमिनोसी
(b) पोएसी, सोलेनेसी
(c) रोजेसी, लेग्युमिनोसी
(d) पोएसी, रोजेसी
- पादप का वह भाग कौन-सा है जिसमें दो पीढ़ी-एक पीढ़ी दूसरे के अन्दर होती है?
(1) परागकोश के अन्दर परागकण
(2) दो नर युग्मकों वाली अंकुरित परागकण
(3) फल के अन्दर बीज
(4) बीजाण्ड के अन्दर भ्रूण-कोष
(a) (1), (2) और (3)
(b) (3) और (4)
(c) (1) और (4)
(d) केवल (1)
- बीजाण्ड का पिंड, बीजाण्ड वृंत से कहाँ पर संलयित होता है?
(a) बीजाण्डद्वार
(b) बीजाण्डकाय
(c) निभाग
(d) नाभिका
- जलकुम्भी और जललिली में परागण किसके द्वारा होता है?
(a) केवल जलधाराओं द्वारा
(b) वायु और जल द्वारा
(c) कीट और जल द्वारा
(d) कीट या वायु द्वारा
- बीज में अवशिष्ट बीजाण्डकाय को क्या कहा जाता है?
(a) अंतः कवच
(b) निभाग
(c) परिभ्रूणपोष
(d) नाभिका
- सहाय कोशिका में स्खलित हुए नर युग्मकों का परिणाम क्या होता है?
(a) एक अण्ड के साथ संगलित होता है और दूसरा केन्द्रीय कोशिका
के केन्द्रकों से संगलित होता है।
(b) एक युग्मक, अण्ड के साथ संगलित होता है और दूसरा (दूसरे)
सहाय कोशिका में ह्यसित हो जाता है / जाते हैं।
(c) सभी अण्ड के साथ संगलित होते है।
(d) एक अण्ड के साथ संगलित होता है और दूसरा (दूसरे) सहाय कोशिका केन्द्रक के साथ संगलित होता/होते हैं।
- पुष्पी पादपों में निषेचन के पश्चात विकास के विषय में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है?
(a) बीजाण्ड, भ्रूणकोश में विकसित होते हैं।
(b) अंडाशय, फल में विकसित होता है।
(c) युग्मनज, भ्रूण में विकसित होता है।
(d) केन्द्रीय कोशिका भ्रूणपोष में विकसित होती है।
- निम्नलिखित में से कौन-सा परागकण को जीवाश्मों के रूप में परिरक्षित करने में सहायक साबित हुआ?
(a) तैलीय अवयव
(b) सेलुलोस वाला अन्तः चोल
(c) पराग किट
(d) स्पोरोपोलेनिन
- सपक्ष परागकण किसमें होते हैं?
(a) आम
(b) साइकस
(c) सरसों
(d) पाइनस
- दोहरा निषेचन क्या है?
(a) दो नर युग्मकों का एक अंड के साथ संलयन
(b) एक नर युग्मक का दो ध्रुवीय केन्द्रकों के साथ संलयन
(c) एक पराग नली के दो नर युग्मकों का दो भिन्न अंडों के साथ संलयन
(d) युग्मक संलयन और त्रिसंलयन
- एक आवृत्तबीजी पादप में कार्यशील गुरुबीजाणु से क्या विकसित होता है?
(a) बीजाण्ड
(b) भ्रूणपोष
(c) भ्रूणकोष
(d) भ्रूण
- सम्मोहक और पारितोषिक किसके लिए आवश्यक होते हैं?
(a) वायुपरागण
(b) कीटपरागण
(c) जलपरागण
(d) अनुन्मील्यपरागण
- वे पुष्प, जिनमें अंडाशय में एक बीजाण्ड होता है और वे एक पुष्पक्रम में बंधे रहते हैं, सामान्यतः किसके द्वारा परागित होते हैं?
(a) जल
(b) मधुमक्खी
(c) वायु
(d) चमगादड़
- एकलिंगाश्रयी पुष्पी पादप निम्नलिखित में किन दोनों को रोकते हैं?
(a) स्वयुग्मन और परनिषेचन
(b) स्वयुग्मन और सजातपुष्पी परागण
(c) सजातपुष्पी परागण और परनिषेचन
(d) अनुन्मील्य परागण और परनिषेचन