Structure of atom MCQ with Answers

NCRT MCQ SET

  1. रदरफोर्ड के -कण प्रकीर्णन प्रयोग से निम्न में से कौन-सा निष्कर्ष नहीं निकाला जा सका?

(a) परमाणु में अधिकांश स्थान रिक्त होता है।

(b) परमाणु की त्रिज्या लगभग 10-10 m होती है जबकि नाभिक की त्रिज्या 10-15 m होती है।

(c) इलेक्ट्रॉन निश्चित ऊर्जा वाले वृत्ताकार मार्गों में घूमते हैं जिन्हें कक्षाएँ (Orbits) कहा जाता है।

(d) इलेक्ट्रॉन एवं नाभिक आपस में स्थिरवैद्युत बलों के आकर्षण द्वारा बँधे रहते हैं।

  1. निम्न में से कौन-सा कथन कैथोड किरणों की विशेषताओं के बारे में सही नहीं है?

(a) वे कैथोड से शुरू होकर ऐनोड की ओर जाती है।

(b) वे किसी बाहरी विद्युत् या चुम्बकीय क्षेत्र की अनुपस्थिति में सीधी रेखा में गमन करती हैं।

(c) कैथोड किरणों की विशेषताएं कैथोड किरण नलिका के इलेक्ट्रोडों के पदार्थ पर निर्भर नहीं करती हैं।

(d) कैथोड किरणों की विशेषताएँ कैथोड किरण नलिका में उपस्थित गैस की प्रकृति पर निर्भर करती हैं।

  1. निम्न में से इलेक्ट्रॉन के बारे में कौन-सा कथन सही नहीं है?

(a) यह ऋणावेशित कण होता है।

(b) इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान न्यूट्रॉन के द्रव्यमान के बराबर होता है।

(c) यह सभी परमाणुओं का मूल घटक होता है।

(d) यह कैथोड किरणों का घटक होता है।

  1. परमाणु के थॉमसन मॉडल द्वारा परमाणु के निम्न में से किस गुणधर्म की सही व्याख्या की जा सकती?

(a) परमाणु की सम्पूर्ण रूप से उदासीनता
(b) हाइड्रोजन परमाणु का वर्णक्रम
(c) परमाणु में इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन एवं न्यूट्रॉन की स्थिति
(d) परमाणु का स्थायित्व

दो परमाणुओं को समभारिक कहा जाता है यदि

(a) उनके परमाणु क्रमांक समान हो, किन्तु द्रव्यमान संख्या भिन्न हो।

(b) उनके इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान हो, किन्तु न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न हो।

(c) उनके न्यूट्रॉनों की संख्या समान हो, किन्तु इलेक्ट्रॉनों की संख्या भिन्न हो।

(d) प्रोटॉनों एवं न्यूट्रॉनों की संख्या का योग समान हो, किन्तु प्रोटॉनों की संख्या भिन्न हो।

  1. 3p-कक्षक के लिए त्रिज्य नोड्स की संख्या होती है।

(a) 3

(b) 4

(c) 2

(d) 1

  1. 4d-कक्षक के लिए कोणीय नोड्स की संख्या होती है-

(a) 4

(b) 3

(c) 2

(d) 1

  1. निम्न में से किसके आधार पर इलेक्ट्रॉन के निश्चित मार्ग या प्रक्षेप पथ के अस्तित्व की संभावना समाप्त हो जाती है?

(a) पाउली का अपवर्जन सिद्धान्त

(b) हाइजेनबर्ग का अनिश्चितता का सिद्धान्त

(c) हुण्ड का अधिकतम बहुकता का नियम

(d) ऑफबाऊ सिद्धान्त

  1. तीसरी कक्षा से सम्बन्धित कक्षकों की कुल संख्या होगी।

(a) 2

(b) 4

(c) 9

(d) 3

  1. कक्षीय कोणीय संवेग पर निर्भर करता है।

(a) 1
(b) nएवं l
(c) n एवं m
(d) m एवं s

  1. क्लोरीन दो समस्थानिक रूपों में इसका परमाणु द्रव्यमान 35.5 होता है। यह इस बात को इंगित करता रहता है, Cl-37 एवं C1-35 लेकिन है कि C1-37 एवं Cl-35 का अनुपात लगभग होता है-

(a) 1:2

(b) 1:1

(c) 1:3

(d) 3:1

  1. समान इलेक्ट्रॉनिक विन्यास वाले आयनों का जोड़ा है-

(a) Cr3+, Fe3+
(c) Fe3+, Co³+
(d) Sc3+, Cr3+
(b) Fe3+, Mn2+

  1. ऑक्सीजन परमाणु के इलेक्ट्रॉनों के लिए निम्न में से कौन-सा कथन सही है?

(a) 2s कक्षक में किसी इलेक्ट्रॉन के लिए Zer 2p कक्षक में किसी इलेक्ट्रॉन के लिए 2 के समान होता है।

(b) 2s कक्षक वाले किसी इलेक्ट्रॉन की उर्जा 2p कक्षक में किसी इलेक्ट्रॉन के समान ही होती है।

(c) 1s कक्षक में किसी इलेक्ट्रॉन के लिए Zaff 2s कक्षक में किसी इलेक्ट्रॉन के Z के ही समान होता है। eff

(d) 25 कक्षक में उपस्थित दो इलेक्ट्रॉनों की चक्रण क्वांटम संख्याएँ, m, होती हैं लेकिन विपरीत चिन्ह वाली।

  1. समान गति से चलने पर, निम्न में से कौन-सी द्रव्य तरंग की तरंगदैर्ध्य सबसे कम होती है?

(a) इलेक्ट्रॉन

(c) न्यूट्रॉन

(b) अल्फा कण (He2+)

(d) प्रोटॉन

PYQ MCQ SET

  1. निम्नलिखित में से कौन सम-इलेक्ट्रॉनिक प्रजातियाँ है?

(a) Ca2+, K+ एवं Zn2+

(b) Mn2+, Fe2+ एवं Ni2+

(c) Na+, Al3+ एवं Ne

(d) Sc, Co2+ एवं Cu2+

  1. किरणों की भेदनशक्ति का सही क्रम है-

(α) γ< α <β

(b) γ<α>β

(c) y> X-किरणें > β>α

(d) γ>α> β

  1. एक बल्ब 660 nm तरंगदैर्ध्य का विद्युत् चुंबकीय विकिरण उत्सर्जित करता है। विकिरण की कुल ऊर्जा 3 × 10-18 J है, तो उत्सर्जित फोटॉनों की संख्या क्या होगी?
    (h = 6.6 x 10-34 Js, c = 3 x 108 m/s)

(a) 1

(b) 10

(c) 100

(d) 1000

  1. हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम की बामर श्रेणी की अधिकतम तरंगदैर्ध्य क्या है? (R = 1.09 x 10-7 m²¹)

(a) 400 nm

(b) 660 nm

(c) 486 nm

(d) 434 nm

  1. 45 nm के तरंगदैर्ध्य के प्रकाश के लिए ऊर्जा का मान जूल में निकालो- (प्लांक स्थिरांक h = 6.63 × 10-34 Js, प्रकाश का वेग c = 3 x 108ms¯¹)

(a) 6.67 x 10^15

(b) 6.67 x 10^11

(c) 4.42 x 10^-15

(d) 4.42 x 10^-18

  1. फोटोकैमिकल समतुल्यता के नियम के अनुसार, अवशोषित ऊर्जा (अर्ग/मोल में) को निम्न के रूप में दिया जाता है (h = 6.62 × 10-27 अर्ग, c = 3 x 1010 cm s¯¹, N₁ = 6.023 x 1023 mol-1)

(a) 1.196×10^8 / λ

(b) 2.859×10^5 / λ

(c) 2.859×10^16 / λ

(d) 1.196×10^16 / λ

  1. दो विकिरणों की ऊर्जाएँ E₁ तथा E₂ क्रमशः 25 eV तथा 50 eV हैं, उनके तरंगदैर्ध्य, अर्थात् , तथा ₂ के बीच सम्बन्ध होगा-

(α) λ₁ = λ2

(b) λ₁ = 2λ2

(c) λ₁ = 4λ2

(d) λ₁ = = 1/ 2 λ

  1. यदि हाइड्रोजन परमाणु के लाइमैन श्रेणी में छोटा तरंगदैर्ध्य A है, तो He* की पाश्चन श्रेणी में सबसे लंबा तरंगदैर्ध्य क्या है?

(a) 5A / 9

(b) 36A / 5

(c) 36A/7

(d) 9A/ 5

  1. हाइड्रोजन परमाणु में इलेक्ट्रॉन उच्च कक्षाओं से त्रिज्या 211.6 pm की कक्षा में संक्रमण से गुजरता है, तो इनमें से कौन-सी श्रेणी संक्रमण के साथ जुड़ा हुआ है?

(a) पाश्चन श्रेणी

(b) ब्रेकेट श्रेणी

(c) लाइमैन श्रेणी

(d) बामर श्रेणी

  1. एक गर्म फिलामेंट से निकली इलेक्ट्रॉन धारा को Vesu के विभवान्तर पर रखे दो आवेशित प्लेटों के बीच से भेजा जाता है। यदि इलेक्ट्रॉन के आवेश तथा संहति क्रमशः e तथा m हों, तो h/. का मान निम्न में से किसके द्वारा दिया जायेगा? (जब इलेक्ट्रॉन तरंग से संबंधित तरंगदैर्ध्य है)

(a) meV

(b) 2 meV

(c) √meV

(d) √2meV

  1. हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्रम में, निम्न में से कौन-सी संक्रमण श्रेणी दृश्य क्षेत्र में पड़ती है?

(a) ब्रैकेट श्रेणी

(b) लाइमैन श्रेणी

(c) बामर श्रेणी

(d) पाश्चन श्रेणी

  1. समीकरण, E = -2.178 × 10-18 J (z^2/n^2) लिखे हैं, इनमें से कौन-सा सही नहीं है? पर आधारित कुछ निष्कर्ष

(a) समीकरण में ऋणात्मक चिन्ह दिखाता है कि जो इलेक्ट्रॉन न्यूक्लिअस से आबंध है उसकी ऊर्जा कम होगी जब वह न्यूक्लिअस से अनंत दूरी पर होगा।

(b) जितना ॥ का मान बृहत्तर (larger) होगा, उतना कक्ष त्रिज्या बृहत्तर होगी।

(c) इस समीकरण का प्रयोग करके इलेक्ट्रॉन के कक्ष बदलने पर ऊर्जा का अंतर निकालता हैं।

(d) n = 1 के लिए इलेक्ट्रॉन की अधिक ऋणात्मक ऊर्जा होगी, n = 6 से। इससे पता चलता है कि सबसे छोटी अनुमत कक्ष में अधिक ढिलाई से बंधे इलेक्ट्रॉन होंगे।

यदि He+ आयन के लिए n = 2 है, तो तरंगदैर्ध्य क्या है?
(a) 3.32 Å

(b) 6.42 Å

(c) 1.47 Å

(d) 2.37 Å

  1. एक इलेक्ट्रॉन और हीलियम परमाणु दोनों की स्थिति, 1.0 nm के अन्तर्गत ज्ञात है। पुनः इलेक्ट्रॉन की संवेग 5.0 × 10-26 kg m s-¹ के भीतर जानी जाती है, तो हीलियम परमाणु की संवेग के मापन में न्यूनतम अनिश्चितता है-

(a) 7.0 × 10^-26 kg m s-¹

(b) 5.0 × 10^-26 kg m s-1

(c) 8.0 × 10^-26 kg m s-¹

(d) 6.0 x 10^-26 kg m s-¹

  1. 0.66 kg की एक गेंद 100 m/s की गति से चल रही है। इससे सम्बन्धित तरंगदैर्ध्य होगी- (h = 6.6 x 10-34 Js)

(a) 6.6 x 10-34 m

(b) 1.0 x 10-35 m

(c) 1.0 x 10-32 m

(d) 6.6 x 10-32 m

  1. इलेक्ट्रॉन की स्थिति में अनिश्चितता (द्रव्यमान जो कि 0.001% तक 3 x 10 cm/s के वेग 9.1 × 10-28 g) से साथ चलती है- (अनिश्चितता h/4 में h = 6.626 x 1027 अर्ग सेकेण्ड)

(a) 5.76 cm

(b) 7.68 cm

(c) 1.93 cm

(d) 3.84 cm

  1. 4d, 5p, 5f तथा 6p कक्षक घटती ऊर्जा के क्रम में व्यवस्थित किये गये हैं। सही विकल्प है-

(a) 5f>6p>4d > 5p

(b) 5f>6p>5p > 4d

(c) 6p>5f>5p> 4d

(d) 6p>5f>4d > 5p

  1. कक्षीय 3 कोणीय नोड्स और 3 कुल नोड्स है-

(a) 5p

(b) 3d

(c) 4f

(d) 6d

  1. प्रकाश विद्युत् प्रभाव के प्रयोग से जब 250 nm का विकिरण प्रयुक्त हो, तो 0.5 V के विभव को लगाने से धातु से फोटोइलेक्ट्रॉन का निकलना बंद किया जा सकता है। धातु का कार्यफलन है-

(a) 5 eV

(b) 4 eV

(c) 5.5 eV

(d) 4.5 eV

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top