System of Particles and Rotational Motion NEET Questions

NCRT MCQ SET –

  1. निम्न में से किसके लिए द्रव्यमान केन्द्र पिण्ड के बाहर स्थित होता है?

(a) पेन्सिल

(b) गोला

(c) पांसा

(d) चूड़ी

  1. जब कोई चकती एकसमान कोणीय वेग से घूर्णन करती है, तो निम्न में से कौन-सा सही नहीं है?

(a) घूर्णन का अर्थ समान रहता है।

(b) घूर्णन अक्ष का अभिविन्यास समान रहता है।

(c) घूर्णन की चाल अशून्य एवं समान रहती है।

(d) कोणीय त्वरण अशून्य एवं समान रहता है

  1. चक्रदोला हिंदोला (Merry-go-round), त्रिज्या R एवं द्रव्यमान M के वलय समान प्लेटफॉर्म का बना है, यह कोणीय चाल w से घूम रहा है। द्रव्यमान M का एक व्यक्ति इस पर खड़ा है। किसी क्षण वह व्यक्ति अरीय (Radial) रूप से चक्रदोले के केन्द्र से दूर कूद पड़ता है, इसके पश्चात् चक्रदोले की गति होगी-

(a) 2ω

(b) ω

(c) ω/2

(d) 0

PYQ VVI MCQ SET –

  1. 4 cm त्रिज्या 2 kg द्रव्यमान का कोई ठोस बेलन अपने अक्ष के परितः 3 rpm की दर से घूर्णन कर रहा है। 2 परिक्रमण करने के पश्चात इसे रोकने के लिए आवश्यक बल आघूर्ण है-

(a) 2 x 10^6N m

(b) 2 x 10^ -6

(c) 2 x 10³ N m

(d) 12 x 10 ^ -4 N m

  1. तीन पिण्ड, A (एक ठोस गोला), B (एक पतली वृत्ताकार चकती) तथा C : (एक वृत्ताकार छल्ला), जिनमें प्रत्येक का द्रव्यमान M तथा त्रिज्या R है, समान कोणीय चाल (०) से अपनी सममिति अक्षों के परितः चक्रण कर रहे हैं। इन्हें विरामावस्था में लाने के लिए किए जाने वाले आवश्यक कार्यों (W) के लिए कौन-सा संबंध सही है?

(a) Wb> Wa >Wc

(b) Wa >Wb> Wc

(c) Wc> Wb >Wa

(d) Wa >Wc> Wb

  1. कोई डिस्क और कोई गोला, जिनकी त्रिज्याएं समान परन्तु द्रव्यमान भिन्न हैं, समान उन्नतांश एवं समान लम्बाई के दो आनत समतलों पर लुढ़कते हैं। इन दोनों पिण्डों में से तली तक पहले कौन पहुँचेगा?

(a) दोनों एक ही समय पहुँचेंगे

(b) इनके द्रव्यमानों पर निर्भर करता है

(c) डिस्क

(d) गोला

  1. द्रव्यमान M तथा त्रिज्या R की किसी डिस्क से R व्यास का कोई वृत्ताकार छिद्र इस प्रकार काटा जाता है कि उसकी नेमि, डिस्क के केन्द्र से गुजरे। डिस्क के शेष भाग का, डिस्क के लम्बवत् उसके केन्द्र से गुजरने वाली अक्ष के परितः जड़त्व आघूर्ण होगाः

(a) 11 MR ^ 2 / 32

(c) 15 MR ^ 2 / 32

(b) 9 MR ^ 2 / 32

(d) 13 MR ^ 2 / 32

  1. विरामावस्था में स्थित 50 से.मी. त्रिज्या की कोई एकसमान वृत्ताकार डिस्क अपने तल के लम्बवत् और केन्द्र से गुजरने वाले अक्ष के परितः घूमने के लिए स्वतंत्र है। इस डिस्क पर कोई बल आघूर्ण कार्य करता है, जो इसमें 2.0 rad s ^ – 2 का नियत कोणीय त्वरण उत्पन्न कर देता है। 2.0 s के पश्चात् m * s ^ – 2 में इसका नेट त्वरण होगा लगभगः

(a) 6.0

(b) 3.0

(c) 8.0

(d) 7.0

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